
दैनिक मूक पत्रिका नई दिल्ली। भारत बनाम इंग्लैंड टेस्ट सीरीज का आगाज 20 जून से हुआ था। लीड्स टेस्ट में टीम इंडिया बढ़त बनाने के बावजूद 5 विकेट से मुकाबला हार गई थी, नतीजन पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में भारत 0-1 से पिछड़ रहा है। अब दूसरा टेस्ट 2 जुलाई से बर्मिंघम में खेला जाएगा। पहले टेस्ट में भारतीय टीम की कई खामियों की पोल खुल गई थी। ऐसे में उन 3 कामों पर एक नजर डालिए, जिन्हें दूसरे टेस्ट मैच में भारतीय टीम को जरूर करना चाहिए।
1. लोवर ऑर्डर बल्लेबाजों का सहयोग जरूरी
लीड्स टेस्ट में भारतीय टीम की हार का एक मुख्य कारण लोवर ऑर्डर बल्लेबाजों का फ्लॉप होना रहा। पहली पारी में भारत के आखिरी 7 विकेट महज 41 रनों के भीतर गिर गए थे, वहीं दूसरी पारी में टीम इंडिया ने आखिरी 6 विकेट 31 रनों के अंतराल में गंवा दिए थे। भारत पहली पारी में आसानी से 550 का स्कोर बना सकती थी, लेकिन लोवर ऑर्डर बल्लेबाजों की नाकामी के कारण ऐसा नहीं हो पाया। इससे टीम इंडिया पहली पारी में बड़ी बढ़त हासिल कर सकती थी। जब दूसरी पारी की बारी आई तब भारतीय टीम इंग्लैंड के सामने 450+ का टारगेट रखने की ओर आगे बढ़ रही थी, लेकिन लोवर ऑर्डर की नाकामी के कारण टारगेट सिर्फ 371 का तय हुआ।
2. बुमराह के अलावा अन्य गेंदबाजों को उठानी होगी जिम्मेदारी
सीरीज के पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में जसप्रीत बुमराह ने 5 विकेट झटके थे, इसके अलावा उनकी गेंदों पर कई कैच भी छूटे। वो दूसरी पारी में कोई विकेट नहीं ले पाए, लेकिन अन्य गेंदबाजों ने बहुत देरी से सुध ली थी और तब तक मैच भारत के हाथों से निकल चुका था। प्रसिद्ध कृष्णा ने मैच में 5 विकेट जरूर लिए, लेकिन उनका 6 से ज्यादा का इकॉनमी रेट टीम इंडिया को बहुत भारी पड़ा। दूसरे टेस्ट मैच में प्रसिद्ध कृष्णा की जगह आकाशदीप को प्लेइंग इलेवन में शामिल करना कोई बुरा विकल्प नहीं होगा।
3. कुलदीप यादव की प्लेइंग XI में एंट्री
पहले टेस्ट मैच में हार के बाद सुनील गावस्कर ने तीखी प्रतिक्रिया देकर कहा कि दूसरे टेस्ट मैच में शार्दुल ठाकुर की जगह कुलदीप यादव को प्लेइंग इलेवन में लाना चाहिए। गावस्कर ने कहा कि बर्मिंघम की पिच पर रिस्ट स्पिनर बहुत कारगर सिद्ध हो सकता है। कुलदीप को इंग्लैंड में खेलने का ज्यादा अनुभव नहीं है, लेकिन बर्मिंघम की पिच तीसरे दिन के बाद स्पिनरों के लिए मददगार रह सकती है।