
अब तक 16 हजार 554 टन खाद एवं 14 हजार 497 क्विंटल बीज का हुआ वितरण
दैनिक मूक पत्रिका मुंगेली। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की मंशा के अनुरूप खरीफ सीजन में किसानों को आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए जिले में खाद एवं बीज का पर्याप्त भंडारण किया गया है। कलेक्टर कुन्दन कुमार के मार्गदर्शन में जिला प्रशासन की सक्रियता से जिले की 66 प्राथमिक कृषि साख समितियों में गुणवत्तापूर्ण उर्वरक और बीज की निर्बाध आपूर्ति की जा रही है। कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे समितियों की नियमित मॉनिटरिंग करें और किसानों की मांग के अनुरूप तत्काल खाद एवं बीज की आपूर्ति सुनिश्चित करें। किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। कलेक्टर ने कहा है कि हमारा लक्ष्य है कि जिले में खेती कार्य सुचारू रूप से चले और किसी भी किसान को खाद या बीज के लिए परेशान न होना पड़े।
विभागीय अधिकारियों ने बताया कि अब तक जिले के 66 समितियों में युरिया, सुपर फास्फेट, डीएपी, पोटाश, एनपीके जैसे उर्वरकों का कुल 20 हजार 48 टन से अधिक भंडारण किया जा चुका है। इनमें से 16 हजार 554 टन खाद का वितरण किया जा चुका है, जबकि शेष 3 हजार 494 टन खाद वितरण हेतु उपलब्ध है। जिन समितियों में 100 टन से कम भंडारण हुआ है, वहां लक्ष्य के अनुसार भंडारण की प्रक्रिया तेजी से जारी है। वहीं, 50 प्रतिशत से कम वितरण वाली समितियों में किसानों को अग्रिम उठाव के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसी प्रकार जिले की 66 समितियों में धान का 15 हजार 300 क्विंटल एवं अरहर का 43.80 क्विंटल बीज भंडारित किया गया है, जो कुल मांग का 127.75 प्रतिशत है। इसमें से अब तक 14 हजार 482 क्विंटल धान एवं 15.16 क्विंटल अरहर का वितरण किया जा चुका है, जो कुल बीज का लगभग 94.66 प्रतिशत है। किसानों को प्रमाणित बीजों के प्रति जागरूक करने के लिए प्रचार-प्रसार के विभिन्न माध्यमों से अभियान चलाया जा रहा है। अधिकारियों द्वारा यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि सभी कृषकों को समय पर आवश्यक बीज और खाद उपलब्ध कराए जाएं।
कृषि अधिकारी ने बताया कि कलेक्टर के निर्देशानुसार कृषको को उच्च गुणवत्तापूर्ण आदान सामग्री प्राप्त हो सके, इस हेतु उर्वरक एवं बीज निरीक्षकों के द्वारा बीज के 192 नमूने अंकुरण परीक्षण हेतु तथा उर्वरक के 71 नमूने विश्लेषण हेतु प्रयोगशाला भेजे गए है। जिला स्तरीय निरीक्षण समिति एवं निरीक्षकों के द्वारा नियमित रूप से कृषि आदान केन्द्रों का औचक एवं सतत् निरीक्षण करते हुए अनियमितता पाए जाने पर नियमानुसार कार्रवाई भी किया जा रहा है। इसी तारतम्य में अब तक 05 कृषि आदान केन्द्रो में अनियमितता पाए जाने पर कारण बताओं नोटिस जारी किया गया है।