
दैनिक मूक पत्रिका कांकेर :- आपातकाल की 50वीं बरसी पर भारतीय जनता पार्टी ने बीते बुधवार को कांकेर के कमल सदन कार्यालय में एक प्रेसवार्ता आयोजित कर कांग्रेस और उसके इतिहास पर तीखा प्रहार किया। प्रेसवार्ता के मुख्य वक्ता भाजपा प्रदेश महामंत्री और धमतरी महापौर जगदीश रामु रोहरा थे। इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष महेश जैन, पूर्व विधायक सुमित्रा मारकोले, मछुआ कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष भरत मटियारा, पूर्व जिलाध्यक्ष सतीश लाटिया, जिला महामंत्री बृजेश चौहान और दिलीप जायसवाल, नगर पालिका अध्यक्ष अरुण कौशिक समेत पार्टी के कई पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।अपने संबोधन में रामु रोहरा ने 25 जून 1975 को भारतीय लोकतंत्र का काला दिन करार दिया। उन्होंने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने सत्ता बचाने की हताशा में देश पर आपातकाल थोप दिया। “यह निर्णय किसी युद्ध या विद्रोह के कारण नहीं बल्कि अपने चुनाव को रद्द किए जाने की बौखलाहट में लिया गया था। इस दौरान नागरिक स्वतंत्रता कुचली गई, प्रेस पर सेंसरशिप लगाई गई और न्यायपालिका की निष्पक्षता पर प्रहार किया गया,” उन्होंने कहा।
रोहरा ने कहा कि आपातकाल के दौरान विपक्षी नेताओं को जेलों में ठूंसा गया, मीडिया पर अंकुश लगाया गया और सरकारी प्रचार के उपकरण के रूप में इस्तेमाल किया गया। उन्होंने प्रसिद्ध गायक किशोर कुमार के साथ हुई घटना का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने सत्ता की रैली में गाने से इनकार किया, तो उनके गानों पर सरकारी प्रसारण में प्रतिबंध लगा दिया गया।
रोहरा ने आरोप लगाया कि आज 50 साल बाद भी कांग्रेस की मानसिकता वही तानाशाही वाली है। उन्होंने कहा कि सिर्फ तरीकों में बदलाव हुआ है, लेकिन नीयत वही है। उन्होंने कहा कि भाजपा आपातकाल की विभिषिका को जन-जन तक पहुंचाएगी और लोकतंत्र सेनानियों के संघर्ष की गाथा को सामने लाएगी। उन्होंने आपातकाल पर आधारित प्रदर्शनी आयोजित करने और लोकतंत्र सेनानियों के अनुभवों को लोगों तक पहुंचाने की योजना की जानकारी दी।
इस अवसर पर भाजपा के वरिष्ठ नेता राजा देवनानी, निपेन्द्र पटेल, दीपक खटवानी, पंचू नायक, हितेंद्र खटवानी, अनूप शर्मा, सपन श्रीवास्तव, बृजमोहन तिवारी, जयप्रकाश गेडाम, सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।