दैनिक मूक पत्रिका बेमेतरा – खरीफ फसलों की बोनी जिले में लगभग पूर्णता की स्थिति में है और धान की रोपाई का कार्य भी प्रारंभ हो चुका है। इस बीच किसानों को खाद-बीज की कोई कमी न हो, इसके लिए जिला प्रशासन और कृषि विभाग की ओर से व्यापक तैयारी की गई है। कलेक्टर रणबीर शर्मा के नेतृत्व में खरीफ सीजन की तैयारियों की निरंतर समीक्षा की जा रही है। कृषि विभाग के अनुसार, इस वर्ष जिले को गत वर्ष की तुलना में 141% सिंगल सुपर फास्फेट तथा 125% एनपीके खाद की आपूर्ति हो चुकी है। डीएपी खाद के मुकाबले एसएसपी और एनपीके खाद भी अत्यंत उपयोगी और पोषक तत्वों से भरपूर हैं। एसएसपी में 16% फास्फोरस और 11% सल्फर होता है, जो फसलों की बेहतर वृद्धि के लिए लाभकारी है।
खाद वितरण की स्थिति और रणनीति
कृषि विभाग द्वारा जानकारी दी गई कि राज्य शासन ने इस वर्ष सहकारी समितियों और निजी दुकानों को खाद आबंटन का अनुपात 70:30 रखा है, जबकि पहले यह 60:40 था। इसके तहत 70% या उससे अधिक खाद रैक पॉइंट से मार्कफेड के माध्यम से बेमेतरा को प्राप्त हो रही है।
अब तक जिले को कुल 51054 मीट्रिक टन खाद प्राप्त हो चुकी है, जो इस वर्ष के संशोधित लक्ष्य 65015 मीट्रिक टन का 78.5% है। पिछले वर्ष के कुल खाद वितरण के विरुद्ध यह 83.76% है। किसानों को अब तक 42988 मीट्रिक टन खाद का वितरण हो चुका है, जो कुल उपलब्धता का 66.12% है।
DAP खाद की उपलब्धता और विकल्प
डीएपी खाद की मांग को ध्यान में रखते हुए अब तक जिले में 6343 मीट्रिक टन डीएपी का भंडारण किया जा चुका है, जबकि संशोधित लक्ष्य 5667 मीट्रिक टन था। इस प्रकार 112% डीएपी खाद की आपूर्ति हो चुकी है। हालांकि डीएपी की सीमित उपलब्धता को देखते हुए, किसानों को एसएसपी और एनपीके खाद का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। कृषि विभाग ने सभी सहकारी समितियों में इस संबंध में बैनर और पोस्टर लगाए हैं और किसानों को जागरूक किया जा रहा है कि डीएपी के विकल्प में एसएसपी और एनपीके खाद भी वैज्ञानिक दृष्टिकोण से उत्तम हैं।
बीज वितरण में भी रिकॉर्ड
बीज वितरण के क्षेत्र में भी इस वर्ष उल्लेखनीय प्रगति हुई है। पिछले वर्ष 19742 क्विंटल बीज किसानों को वितरित किया गया था, जबकि इस वर्ष अब तक 22375 क्विंटल बीज वितरित किया जा चुका है। इस तरह 113.33% बीज वितरण हो चुका है, जो खेती-किसानी के प्रति किसानों की तत्परता और प्रशासन की प्रभावी रणनीति का प्रमाण है।
कलेक्टर की अपील और निर्देश
कलेक्टर रणबीर शर्मा ने कहा कि किसानों को समय पर खाद-बीज की उपलब्धता सुनिश्चित कराना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी समितियों में खाद-बीज का वितरण पंजीकृत किसानों को पारदर्शी ढंग से किया जाए।
उन्होंने यह भी कहा कि डीएपी खाद के विकल्प के रूप में सिंगल सुपर फास्फेट और एनपीके खाद की उपयोगिता के बारे में किसानों को जागरूक किया जाए ताकि वे वैज्ञानिक विधि से खेती कर बेहतर उत्पादन प्राप्त कर सकें। कृषि विभाग ने बताया कि वर्तमान में 2649 मीट्रिक टन एसएसपी और 515 मीट्रिक टन एनपीके खाद समितियों में उपलब्ध है। कृषक बंधुओं से आग्रह किया गया है कि वे समितियों से शीघ्र खाद-बीज का उठाव करें। जिले में खरीफ सीजन 2025 के लिए खाद-बीज की समुचित उपलब्धता, वितरण और किसानों के मार्गदर्शन की पुख्ता व्यवस्था की गई है। इससे जिले में खेती-किसानी को गति मिलेगी और उत्पादन में वृद्धि की संभावना भी मजबूत हुई है।