दैनिक मूक पत्रिका नारायणपुर। जिला अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ एडिशनल कलेक्टर के द्वारा किये गए अभद्र व्यवहार को लेकर 5 दिनों से डॉक्टर हड़ताल में चल रहे थे, जिसके कारण मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा, जिसे देखते हुए नारायणपुर कलेक्टर ने महिला डॉक्टर को बुलाया, एडिशनल कलेक्टर ने महिला डॉक्टर से माफी मांगी, इसके बाद डॉक्टरों ने अपने हड़ताल को स्थगित कर दिया है । वहीं अन्य मामलों के चलते सेकेंड शिफ्ट की हड़ताल अभी भी चल रही है। डॉक्टरों का कहना है कि महिला डॉक्टर के साथ हुए अभद्र व्यवहार को लेकर हड़ताल किया गया था, एडिशनल कलेक्टर के मांफीनामें के बाद उसे वापस लिया गया, वही कांकेर में स्टाफ नर्स व रायपुर में डॉक्टर के साथ हुए हिंसा को लेकर विरोध जारी है।
डॉक्टरों का कहना है कि महिला डॉक्टर में समर्थन करने वाले डॉक्टरों के खिलाफ नारायणपुर कलेक्टर ने सेवा समाप्त करने के लिए पत्र जारी किया गया था, लेकिन इस विरोध के बाद कलेक्टर ने इस मामले में किसी भी डॉक्टर के खिलाफ कोई भी कार्यवाही नही करने की बात कही है।
उल्लेखनिय है कि कुछ दिन पहले नारायणपुर जिला अस्पताल में पदस्थ शिशु रोग विशेषज्ञ महिला डॉ. जयश्री साहू ने एडिशनल कलेक्टर वीरेंद्र बहादुर ने मुलाकात करते हुए एक शासकीय क्वार्टर की मांग की थी, एडिशनल कलेक्टर ने अमर्यादित भाषा का उपयोग करते हुए कहा कि कहा-कहा के डॉक्टर मुंह उठाकर चले आते हैं, मेरा बस चले तो सभी डॉक्टर को क्वार्टर से निकाल दे साथ ही उसने शिशु रोग विशेषज्ञ महिला डॉ. जयश्री साहू काे 2 कौड़ी के डॉक्टर तक कहा था। इस घटना के बाद डॉक्टरों ने 4 दिनों से ओपीडी को बंद कर दिया था, जिसके बाद से मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था, जिसे देखते हुए नारायणपुर कलेक्टर ने आज मंगलवार काे महिला डॉक्टर को बुलाया गया, एडिशनल कलेक्टर ने महिला डॉक्टर से माफी मांगी, जिसके बाद डॉक्टरों की टीम ने ओपीडी को फिर से चालू कर दिया है, वहीं अन्य मामलों के चलते सेकेंड शिफ्ट की हड़ताल अभी भी चल रही है।नारायणपुर। जिला अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ एडिशनल कलेक्टर के द्वारा किये गए अभद्र व्यवहार को लेकर 5 दिनों से डॉक्टर हड़ताल में चल रहे थे, जिसके कारण मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा, जिसे देखते हुए नारायणपुर कलेक्टर ने महिला डॉक्टर को बुलाया, एडिशनल कलेक्टर ने महिला डॉक्टर से माफी मांगी, इसके बाद डॉक्टरों ने अपने हड़ताल को स्थगित कर दिया है । वहीं अन्य मामलों के चलते सेकेंड शिफ्ट की हड़ताल अभी भी चल रही है। डॉक्टरों का कहना है कि महिला डॉक्टर के साथ हुए अभद्र व्यवहार को लेकर हड़ताल किया गया था, एडिशनल कलेक्टर के मांफीनामें के बाद उसे वापस लिया गया, वही कांकेर में स्टाफ नर्स व रायपुर में डॉक्टर के साथ हुए हिंसा को लेकर विरोध जारी है।
डॉक्टरों का कहना है कि महिला डॉक्टर में समर्थन करने वाले डॉक्टरों के खिलाफ नारायणपुर कलेक्टर ने सेवा समाप्त करने के लिए पत्र जारी किया गया था, लेकिन इस विरोध के बाद कलेक्टर ने इस मामले में किसी भी डॉक्टर के खिलाफ कोई भी कार्यवाही नही करने की बात कही है।
उल्लेखनिय है कि कुछ दिन पहले नारायणपुर जिला अस्पताल में पदस्थ शिशु रोग विशेषज्ञ महिला डॉ. जयश्री साहू ने एडिशनल कलेक्टर वीरेंद्र बहादुर ने मुलाकात करते हुए एक शासकीय क्वार्टर की मांग की थी, एडिशनल कलेक्टर ने अमर्यादित भाषा का उपयोग करते हुए कहा कि कहा-कहा के डॉक्टर मुंह उठाकर चले आते हैं, मेरा बस चले तो सभी डॉक्टर को क्वार्टर से निकाल दे साथ ही उसने शिशु रोग विशेषज्ञ महिला डॉ. जयश्री साहू काे 2 कौड़ी के डॉक्टर तक कहा था। इस घटना के बाद डॉक्टरों ने 4 दिनों से ओपीडी को बंद कर दिया था, जिसके बाद से मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था, जिसे देखते हुए नारायणपुर कलेक्टर ने आज मंगलवार काे महिला डॉक्टर को बुलाया गया, एडिशनल कलेक्टर ने महिला डॉक्टर से माफी मांगी, जिसके बाद डॉक्टरों की टीम ने ओपीडी को फिर से चालू कर दिया है, वहीं अन्य मामलों के चलते सेकेंड शिफ्ट की हड़ताल अभी भी चल रही है।
