दैनिक मूक पत्रिका बीजापुर (आशीष पदमवार) – जिले के दक्षिण-पश्चिमी जंगलों में सुरक्षाबलों को एक बड़ी सफलता मिली है।बासागुड़ा- गंगालूर थाना क्षेत्र के बॉर्डर इलाके में 26 जुलाई की शाम को डीआरजी की टीम द्वारा चलाए गए सर्च ऑपरेशन के दौरान माओवादियों के साथ मुठभेड़ हुई। रुक-रुक कर चली इस मुठभेड़ के बाद जब घटनास्थल की तलाशी ली गई, तो मौके से दो महिला माओवादियों सहित कुल चार शव बरामद किए गए।

सभी मारे गए नक्सली दक्षिण सब जोनल ब्यूरो से जुड़े थे और उन पर कुल 17 लाख का इनाम घोषित था। प्राथमिक रूप से इनकी शिनाख्त हुंगा (एसीएम, प्लाटून नंबर 10, ईनाम 5 लाख), लक्खे (एसीएम, प्लाटून नंबर 30, ईनाम 5 लाख), भीमे (एसीएम, दक्षिण सब जोनल ब्यूरो, ईनाम 5 लाख), और निहाल उर्फ राहुल (पार्टी सदस्य, संतोष – ब्यूरो कम्युनिकेशन टीम हेड का गार्ड, इनाम 2 लाख) के रूप में हुई है।
मुठभेड़ के बाद घटनास्थल से भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और नक्सल सामग्री बरामद की गई है। बरामद हथियारों में एक एसएलआर राइफल, एक इंसास राइफल, एक .303 राइफल, एक बीजीएल लांचर (सुरखा), एक सिंगल शॉट 315 बोर राइफल और एक 12 बोर बंदूक शामिल है। इनके साथ कुल 08 नग एके-47 के जिंदा राउंड, तीन बीजीएल सेल, एक ग्रेनेड और अन्य दैनिक उपयोग की वस्तुएं भी मिली हैं।
बीजापुर पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र यादव ने बताया कि ख़ुफ़िया सूचना के आधार पर यह ऑपरेशन लॉन्च किया गया था, जिसमें सुरक्षाबलों ने साहसिक कार्रवाई करते हुए यह बड़ी सफलता हासिल की है।
बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी. ने जानकारी दी कि वर्ष 2024 में मिली निर्णायक सफलता के बाद 2025 में भी माओवादियों के खिलाफ अभियान पूरी ताकत से जारी है। जनवरी 2024 से जुलाई 2025 तक कुल 425 हार्डकोर माओवादी मारे गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि लगातार बारिश, दुर्गम इलाके और जोखिम भरे हालातों के बावजूद सुरक्षाबलों की कार्रवाई में कोई कमी नहीं आई है।यह सफलता सुरक्षा बलों की सटीक रणनीति, साहसिक कार्रवाई और जनसमर्थन का प्रमाण है।