दैनिक मूक पत्रिका बस्तर – विधायक लखेश्वर बघेल ने ग्राम पंचायत सरगीपाल स्थित बालक छात्रावास का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया निरीक्षण के दौरान उन्होंने छात्रावास की जर्जर अवस्था पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए, छात्रों से सीधे संवाद कर उनकी समस्याओं को गंभीरता से सुना।
*छात्रों ने विधायक बघेल के समक्ष कंबल और जर्सी की मांग रखी, जिस पर उन्होंने शीघ्र आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने का भरोसा दिलाया निरीक्षण के समय छात्रावास अधीक्षक एवं भृत्य दोनों अनुपस्थित पाए गए, जिसको लेकर विधायक ने गंभीर नाराज़गी व्यक्त की उन्होंने बच्चों से भोजन, स्वास्थ्य, स्वच्छता और अन्य मूलभूत सुविधाओं के संबंध में विस्तार से जानकारी ली।
*विधायक क्षेत्रीय बघेल ने इस अवसर पर संध्या कालीन प्रार्थना में भाग लेकर बच्चों का उत्साहवर्धन भी किया इस दौरान, दो बच्चों की तबीयत खराब होने की जानकारी मिलने पर उन्होंने तत्काल दूरभाष पर अधीक्षक को निर्देशित किया कि इलाज की समुचित व्यवस्था की जाए, और भविष्य में ऐसी स्थिति की पुनरावृत्ति न हो, यह सुनिश्चित करने को भी कहा।
*छात्रावास परिसर की साफ-सफाई की स्थिति पर ध्यान आकर्षित करते हुए विधायक ने निर्देशित किया कि स्वच्छता व्यवस्था में किसी भी प्रकार की लापरवाही बरदास नहीं की जाएगी। उन्होंने उपस्थित भृत्य को नियमित साफ-सफाई बनाए रखने के स्पष्ट निर्देश दिए।
*निरीक्षण के अंत में विधायक ने आश्वस्त किया कि छात्रावास की मरम्मत, संसाधनों की आपूर्ति एवं आधारभूत ढांचे के उन्नयन हेतु प्रस्ताव संबंधित विभाग को शीघ्र भेजा जायेगा।
*छात्रवास की बदहाल स्थिति उजागर, अधिक्षक के कमरे में व्यवस्थाएं चाकचौबंद क्षेत्र के एक सरकारी छात्रावास का हाल ही में हुए निरीक्षण में दयनीय हालात सामने आए छात्रावास की इमारत काफी जर्जर हालत में है और बच्चों के कमरों में लगातार पानी रिसाव की समस्या बनी हुई है सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि भवन के रखरखाव और मरम्मत की कोई भी व्यवस्था नजर नहीं आई।
*वहीं, निरीक्षण के दौरान जब छात्रावास के अधिक्षक के ऑफिस का जायजा लिया गया तो वहां साफ-सफाई और बेहतर रखरखाव देखने को मिला, जिससे यह सवाल उठता है कि जहां एक ओर कार्यालय को सुसज्जित रखा गया है, वहीं बच्चों के रहने की जगह पर लापरवाही क्यों बरती जा रही हैं।
*बच्चों से जब पूछा गया कि क्या उन्हें ठंड से बचाव के लिए कंबल उपलब्ध कराए गए हैं, तो उन्होंने शालीनता से बताया कि उन्होंने घर से ही कंबल की व्यवस्था की है हैरानी की बात यह रही कि अधिक्षक के कमरे में कंबलों का बंडल रखा हुआ मिला, जो अभी तक बच्चों तक वितरित नहीं किया गय।
*इषस अव्यवस्था और भेदभाव ने जिम्मेदारों की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं, और छात्रावास में रह रहे बच्चों की समस्याओं को जल्द दूर करने की ज़रूरत को उजागर किया है।