दैनिक मूक पत्रिका बेमेतरा- कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र ढोलिया, बेमेतरा में पौधों विज्ञान विभाग के प्रोफेसर डॉ. के. पी. वर्मा के सेवानिवृत्त होने पर विदाई समारोह आयोजित किया गया। डॉ. वर्मा ने 1989 से शिक्षकीय जीवन की शुरुआत की थी और तीन दशकों तक इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में सेवाएं दीं।
महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. संदीप भंडारकर ने कहा कि डॉ. वर्मा का योगदान अनुसंधान और शिक्षण दोनों में उल्लेखनीय रहा है। उन्होंने अलसी और सोयाबीन की रोग-रोधी किस्में विकसित कीं, ट्राइकोडर्मा तकनीक, बायोकंट्रोल लैब, मशरूम उत्पादन और बायोवेस्ट डीकंपोजर निर्माण जैसे नवाचार किए। सेवा काल में उन्होंने 30 एम.एस.सी. और 10 पीएच.डी. छात्रों का मार्गदर्शन किया और तीन वर्षों तक अधिष्ठाता पद पर रहते हुए महाविद्यालय में कई विकास कार्य कराए।
इस अवसर पर डॉ. तोशन ठाकुर, डॉ. टी. डी. साहू सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे। डॉ. वर्मा की धर्मपत्नी श्रीमती गीता वर्मा ने कविता के माध्यम से शुभकामनाएं दीं। सभी ने डॉ. वर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।