जशपुर जिले की दो लाख से अधिक महिलाओं को अब तक 363.42 करोड़ रुपये की सहायता राशि का लाभ
महतारी वंदन योजना से महिलाओं को मिल रहा आत्मविश्वास, सम्मान और आत्मनिर्भरता की राह
दैनिक मूक पत्रिका रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा महिलाओं के सामाजिक, आर्थिक और पारिवारिक जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के उद्देश्य से शुरू की गई महतारी वंदन योजना आज ग्रामीण जीवन की रीढ़ बन चुकी है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की पहल पर शुरू की गई इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत प्रदेश की लाखों महिलाओं को हर माह 1000 रूपए की प्रत्यक्ष सहायता दी जा रही है। जशपुर जिले में अब तक 2 लाख से अधिक महिलाओं को कुल 363.42 करोड़ की राशि प्रदान की जा चुकी है, जिसने न केवल उनके जीवन को सशक्त बनाया है, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था में भी नई ऊर्जा का संचार किया है।
पहले जहां महिलाएं अपनी छोटी-छोटी जरूरतों के लिए भी दूसरों पर निर्भर रहती थीं, वहीं अब वे जरूरत पड़ने पर अपने खाते से राशि निकालकर अपनी आवश्यकताएं स्वयं पूरी कर रही हैं। इस आत्मनिर्भरता को और अधिक सुलभ बनाने के लिए गांव-गांव में अटल सुविधा केंद्रों की स्थापना की गई है, जहां से महिलाएं नगद राशि आसानी से प्राप्त कर रही हैं।
इस योजना की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इससे मिलने वाली आर्थिक सहायता केवल व्यक्तिगत उपयोग तक सीमित नहीं है। महिलाएं इसका उपयोग अपने बच्चों की पढ़ाई, घरेलू आवश्यकताओं, त्योहारों की तैयारियों के साथ-साथ सुकन्या समृद्धि योजना जैसे निवेश माध्यमों में भी कर रही हैं। कई महिलाओं ने इस राशि से अपने छोटे व्यवसाय शुरू किए हैं कोई सिलाई की दुकान चला रही है तो कोई किराने या फल-सब्ज़ी का व्यापार कर रही है।
महतारी वंदन योजना का असर स्थानीय बाजारों में भी देखने को मिल रहा है। जब-जब योजना की राशि खातों में पहुंचती है, बाजारों में रौनक बढ़ जाती है। दुकानदारों, छोटे व्यवसायियों और सेवा प्रदाताओं को भी इसका सीधा लाभ मिल रहा है। अब यह योजना सिर्फ महिलाओं तक सीमित नहीं रह गई, बल्कि यह पूरे ग्रामीण अर्थव्यवस्था की प्रगति का माध्यम बन चुकी है।
महिलाओं के बढ़ते आत्मविश्वास और उद्यमिता को और अधिक समर्थन देने के लिए राज्य सरकार ने महतारी शक्ति ऋण योजना भी शुरू की है। इस योजना के तहत छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक के माध्यम से महिलाओं को 25,000 रूपए तक का ऋण न्यूनतम ब्याज दर पर, 48 माह की आसान किश्तों में उपलब्ध कराया जा रहा है। जशपुर जिले में अब तक 875 महिलाएं इस योजना का लाभ उठा चुकी हैं, और इसे अपने व्यापार व अन्य उपयोगी कार्यों में लगा रही हैं।