15 दिवसीय निःशुल्क प्रशिक्षण का समापन, स्तनपान सप्ताह पर व्यापक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
दैनिक मूक पत्रिका बेमेतरा – महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा महिलाओं और किशोरी बालिकाओं के सामाजिक एवं आर्थिक सशक्तिकरण को लेकर चलाए गए 15 दिवसीय नि:शुल्क ब्यूटी पार्लर प्रशिक्षण का समापन ग्राम भिंभौरी के सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल में किया गया। यह प्रशिक्षण ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ योजना के अंतर्गत महिला सशक्तिकरण केन्द्र (हब) द्वारा आयोजित किया गया था, जो कि कलेक्टर रणबीर शर्मा के निर्देशन एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी चंद्रबेश सिंह सिसोदिया के मार्गदर्शन में संचालित हुआ।

इस प्रशिक्षण में कुल 34 इच्छुक किशोरी बालिकाओं एवं महिलाओं ने भाग लिया। मास्टर ट्रेनर श्रीमती संगीता सिंह द्वारा उन्हें थ्रेडिंग, हेयर कटिंग, फेशियल, मेकअप, ब्लीच, मैनीक्योर, पैडीक्योर, वैक्स आदि का व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान किया गया। समापन अवसर पर नगर पंचायत अध्यक्ष संदीप परगनिहा एवं पार्षद गोविन्द यदु द्वारा प्रशिक्षार्थियों को प्रशस्ति पत्र वितरित किए गए। इसी अवसर पर विश्व स्तनपान सप्ताह (1 से 7 अगस्त 2025) के अंतर्गत उप स्वास्थ्य केन्द्र व आरएचओ के संयुक्त तत्वावधान में गर्भवती एवं शिशुवती माताओं के लिए जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। इसमें माताओं को शिशु को जन्म के तुरंत बाद दिया जाने वाला पहला पीला गाढ़ा दूध (कोलेस्ट्रम) एवं 6 माह तक केवल स्तनपान कराने के महत्व की जानकारी दी गई। साथ ही ‘रेडी टू ईट’ पोषण आहार, तिरंगा भोजन, स्थानीय साग-सब्जियां और फलों के पोषण संबंधी लाभ बताए गए जिससे मां एवं बच्चा दोनों सुपोषित और स्वस्थ रहें।
कार्यक्रम में संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने, मातृ मृत्यु दर एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने हेतु विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी गई। इसमें प्रधानमंत्री मातृत्व वंदन योजना, महिला कोष की सक्षम योजना एवं ऋण योजना प्रमुख रहीं।
15 जुलाई से 15 अगस्त तक चल रहे विशेष पंजीकरण अभियान के अंतर्गत बताया गया कि पहली बार मां बनने पर 5000 रुपये की सहायता (3000 रुपये गर्भावस्था पंजीकरण के 6 माह बाद तथा 2000 रुपये 14 सप्ताह के टीकाकरण के बाद) तथा दूसरी बार बालिका जन्म लेने पर एकमुश्त 6000 रुपये की राशि प्रदान की जाती है। इच्छुक महिलाएं अपने नजदीकी आंगनबाड़ी केंद्र या मितानिन से संपर्क कर योजना का लाभ ले सकती हैं।
इस अवसर पर उप स्वास्थ्य केन्द्र से सीएचओ श्रीमती गोदावरी वर्मा, आरएचओ राकेश बन्छोर, जेंडर विशेषज्ञ श्रीमती सेवन्तिका साहू, सखी केसवर्कर तमन्ना, पर्यवेक्षक श्रीमती रश्मि वर्मा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता/सहायिकाएं तथा बड़ी संख्या में ग्रामीण जन उपस्थित रहे। यह कार्यक्रम महिला सशक्तिकरण, पोषण जागरूकता और मातृ-शिशु स्वास्थ्य सुधार की दिशा में एक प्रभावी प्रयास के रूप में सराहनीय पहल रहा।