महिला किसानों की आय एवं उत्पादकता बढ़ाने की दिशा में बड़ा कदम
दैनिक मूक पत्रिका बेमेतरा – कलेक्टर रणबीर शर्मा के मार्गदर्शन में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान के तहत महिला किसान सशक्तिकरण परियोजना अंतर्गत संवहनीय कृषि (सुस्टेनेबल एग्रीकल्चर ) के लिए सी.एम.एस.ए. (सीआरपी सायकल ) चक्र का आयोजन प्रारंभ किया गया है। इस पहल का मुख्य उद्देश्य जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि एवं पशुपालन गतिविधियों की उत्पादकता बढ़ाना, आय में वृद्धि करना तथा महिला किसानों को आत्मनिर्भर बनाना है।

इस सीआरपी चक्र का क्रियान्वयन कुल 64 कम्युनिटी रिसोर्स पर्सन द्वारा 32 टीमों के माध्यम से किया जा रहा है। इसके अंतर्गत जिला पंचायत बेमेतरा के समस्त विकासखंडों में 40-40 ग्रामों का चयन किया गया है। प्रत्येक चयनित ग्राम में 100-100 महिला किसानों एवं पशुपालकों को ‘कृषक पाठशाला सह प्रशिक्षण’ के माध्यम से आधुनिक तकनीकों की जानकारी दी जा रही है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में खेती में बीजोपचार से लेकर कटाई प्रबंधन तक, सब्जी उत्पादन की उन्नत तकनीकें, पशुपालन में सुधार, कृत्रिम गर्भाधान, और उच्च गुणवत्ता वाले पशुचारे के उत्पादन एवं उपयोग जैसे विषय शामिल हैं। इसका उद्देश्य केवल उत्पादन बढ़ाना ही नहीं, बल्कि गुणवत्तापूर्ण कृषि एवं पशुपालन के माध्यम से ग्रामीणों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करना है। कलेक्टर रणबीर शर्मा ने बताया कि बिहान योजना के अंतर्गत चल रही यह सीआरपी चक्र न केवल किसानों की उत्पादकता और आय में वृद्धि करेगी, बल्कि ‘लखपति दीदी’ बनाने की दिशा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन का लक्ष्य है कि प्रशिक्षण के माध्यम से महिला किसान आधुनिक कृषि एवं पशुपालन तकनीकों को अपनाकर स्थायी रूप से अपनी आय में वृद्धि करें और आर्थिक रूप से सशक्त बनें।
ग्रामीण क्षेत्रों में इस तरह के नवाचार और प्रशिक्षण कार्यक्रमों से महिलाओं में आत्मविश्वास बढ़ेगा और वे अपने परिवार एवं समुदाय के आर्थिक विकास में सक्रिय भूमिका निभा सकेंगी।