दैनिक मूक पत्रिका रायपुर। छत्तीसगढ़ की विष्णु देव साय सरकार ने आज बुधवार, 20 अगस्त 2025 को अपने कैबिनेट का बहुप्रतीक्षित विस्तार कर लिया है। तीन नए मंत्रियों- गजेंद्र यादव (दुर्ग शहर विधायक), गुरु खुशवंत साहेब (आरंग विधायक) और राजेश अग्रवाल (अंबिकापुर विधायक)- ने राजभवन, रायपुर में शपथ ग्रहण की। यह समारोह सुबह 10:30 बजे शुरू हुआ, जहां राज्यपाल रामेन डेका ने नए मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस विस्तार के बाद कैबिनेट की कुल सदस्य संख्या 11 से बढ़कर 14 हो गई है, जो राज्य में भाजपा की मजबूत स्थिति को दर्शाती है।
शपथ समारोह में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के अलावा मौजूदा कैबिनेट मंत्री, सभी भाजपा विधायक, कलेक्टर, कमिश्नर और अपर कलेक्टर समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। समारोह के दौरान राजनीतिक उत्साह का माहौल था, और नए मंत्रियों को बधाई देने वालों का तांता लगा रहा। यह विस्तार भाजपा के आंतरिक विचार-विमर्श के बाद हुआ, जिसका उद्देश्य सामाजिक और क्षेत्रीय संतुलन बनाना है। नए मंत्री अनुसूचित जाति, ओबीसी और सामान्य वर्ग से आते हैं, जो सरकार की समावेशी नीति को मजबूती प्रदान करेगा। शपथ के बाद नए मंत्री पोर्टफोलियो पर चर्चा के लिए नई दिल्ली रवाना होने वाले हैं, और उनके विभागों की घोषणा जल्द होने की उम्मीद है। इससे मौजूदा मंत्रियों के विभागों में भी फेरबदल संभव है।
कैबिनेट विस्तार के आंकड़े और राजनीतिक संदर्भ
छत्तीसगढ़ विधानसभा में कुल 90 सीटें हैं, जिनमें से 2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 54 सीटें जीती थीं, जबकि कांग्रेस को 35 और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी को 1 सीट मिली थी। भारतीय संविधान के अनुसार, कैबिनेट का आकार विधानसभा सदस्यों के 15% तक सीमित है, यानी अधिकतम 13.5 सदस्य (लगभग 13-14)। पहले साय कैबिनेट में 11 सदस्य थे (सीएम सहित), क्योंकि वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल के लोकसभा सांसद बनने के बाद एक पद खाली हो गया था। अब तीन नए मंत्रियों के शामिल होने से कैबिनेट 14 सदस्यीय हो गई है, जो हरियाणा मॉडल पर आधारित है और संवैधानिक लचीलेपन का उपयोग करती है।
यह विस्तार मुख्यमंत्री की आगामी विदेश यात्रा से ठीक पहले हुआ है, जो सरकार की स्थिरता और विकास योजनाओं को गति देने का संकेत देता है। भाजपा ने 2023 चुनाव में 47.08% वोट शेयर के साथ बहुमत हासिल किया था, और अब कैबिनेट विस्तार से पार्टी की आंतरिक एकता मजबूत होगी। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम सरगुजा और बस्तर जैसे क्षेत्रों में प्रतिनिधित्व बढ़ाएगा, हालांकि बस्तर अभी भी कम प्रतिनिधित्व वाला रह सकता है।
नए मंत्रियों का संक्षिप्त प्रोफाइल और योगदान
- गजेंद्र यादव (दुर्ग शहर विधायक): दुर्ग जिले से भाजपा विधायक, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वे स्थानीय विकास कार्यों और सामाजिक मुद्दों पर सक्रिय रहे हैं। 2023 चुनाव में उन्होंने अपनी सीट पर 15,000 से अधिक वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी। यादव को औद्योगिक विकास और शहरी मामलों में विशेषज्ञता है।
- गुरु खुशवंत साहेब (आरंग विधायक): आरंग क्षेत्र से प्रतिनिधित्व करने वाले साहेब अनुसूचित जाति से संबंधित हैं और पार्टी के वफादार नेता माने जाते हैं। वे सामाजिक कल्याण कार्यक्रमों में सक्रिय रहे हैं, जैसे किताब रिलीज और सामुदायिक आयोजनों में भागीदारी। 2023 चुनाव में उन्होंने 10,000 से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की। साहेब को ग्रामीण विकास और शिक्षा क्षेत्र में रुचि है।
- राजेश अग्रवाल (अंबिकापुर विधायक): सरगुजा संभाग के अंबिकापुर से विधायक, जो सामान्य वर्ग से हैं। अग्रवाल व्यापारिक पृष्ठभूमि से आते हैं और पार्टी संगठन में मजबूत पकड़ रखते हैं। 2023 चुनाव में उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार को 12,500 वोटों से हराया। उन्हें आर्थिक विकास और व्यापार नीतियों में विशेषज्ञ माना जाता है।