जानलेवा धमकी के दो गंभीर मामले में की गई लिखित शिकायत
दैनिक मूक पत्रिका सूरजपुर/भटगांव:– भटगांव क्षेत्र के ईंटा भट्ठा निवासी आनंद जायसवाल का आतंक दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। बीते कुछ ही दिनों में उसके खिलाफ दो अलग-अलग मामलों में मारपीट, गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी जैसे गंभीर आरोप सामने आए हैं। लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि दोनों मामलों की शिकायत थाने में लिखित शिकायत के बाद भी पुलिस अब तक खामोश है।

पहला मामला: मंदिर के पुजारी को धमकी
दिनांक 1 जुलाई 2025 को हनुमान मंदिर और राम मंदिर के पुजारी अवधेश पाण्डेय ने थाना भटगांव में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी कि जब वे अपने घर के बाहर साफ-सफाई कर रहे थे, तभी आनंद जायसवाल ने बिना किसी उकसावे के गाली-गलौज शुरू कर दी और जान से मारने की धमकी दी। घटना के वक्त पुजारी की पत्नी भी मौजूद थीं। अवधेश पाण्डेय ने इस घटना से खुद को और अपने परिवार को खतरा बताया था। लेकिन 20 दिन बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।
दूसरा मामला: दरवाज़ा तोड़कर मारपीट
वहीं, 20 जुलाई 2025 को वार्ड क्रमांक 8 निवासी आतिश कुमार के घर आनंद जायसवाल पहुंचा और गंदी-गंदी गालियां देते हुए दरवाज़ा तोड़ने का प्रयास किया। आरोपी ने घर के भीतर घुसकर आतिश कुमार के साथ मारपीट की और हाथ में टांगी लहराते हुए जान से मारने की धमकी दी। इस हमले में पीड़ित के आंख और होंठ में गंभीर चोटें आईं। पीड़ित ने तत्काल थाना भटगांव में लिखित शिकायत दी, शिकायत कॉपी में वार्डवासी और वार्ड पार्षद अनीता सोनवानी के द्वारा भी तत्काल गिरफ्तारी को लेकर हस्ताक्षर किए गए हैं।
पुलिस की चुप्पी बनी सवाल
दो-दो नामजद शिकायतों, प्रत्यक्षदर्शियों और शारीरिक चोटों के बावजूद पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठने लगे हैं। इलाके में डर और दहशत का माहौल है। लोग कह रहे हैं कि आम नागरिकों की सुरक्षा भगवान भरोसे छोड़ दी गई है, और दबंगों को खुली छूट मिल चुकी है।
शिकायत कर्ताओं के सवाल
क्या पुलिस प्रशासन किसी बड़ी वारदात का इंतजार कर रहा है?, क्या आम नागरिक की शिकायतों का कोई मूल्य नहीं?, क्या मंदिर के पुजारी और निर्दोष युवकों की जान की कीमत कुछ नहीं