पूर्व प्रांत संघ चालक एवं पूर्व प्रमुख सचिव व शिक्षा अधिकारी कार्यक्रम में हुए शामिल

जिले के 400 शिक्षकों का प्रशिक्षण और 150 विद्यार्थियों का हुआ सम्मान

क्लासरूम में विद्यार्थियों को पढ़ने के लिए न कहकर, पहचान कर सीखने के लिए प्रेरित करें- डॉ अशोक ठाकुर


दैनिक मूक पत्रिका बेमेतरा – प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन एवं समाधान कॉलेज, बेमेतरा के संयुक्त तत्वाधान में उत्कृष्ट विद्यार्थियों का प्रतिभा सम्मान समारोह एवं एक दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला समर्थ गुरु सशक्त शिक्षकों का निर्माण विषय पर आयोजित हुआ। प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के संरक्षक दीपक अरोरा, समाधान महाविद्यालय के डायरेक्टर अविनाश तिवारी व प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ अवधेश पटेल, समिति की अध्यक्ष डॉ अलका तिवारी एवं प्राइवेट एसोसिएशन की टीम ने मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि व मुख्य वक्ताओं का स्वागत एवं अभिनंदन किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ प्रांत के पूर्व प्रांत संघ चालक बिसराराम यादव ने आशीर्वचन व बधाई देते हुए कहा कि विद्यार्थियों की ज्ञानेंद्रियों व कर्मेंद्रियों को सही दिशा देकर शिक्षण प्रदान करें, जिससे वह अपनी प्रतिभा को पहचान कर आगे बढ़े। अगले मुख्य अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ शासन के रिटायर्ड आईएएस एवं प्रमुख सचिव गणेश शंकर मिश्रा ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि शिक्षा का उद्देश्य अज्ञानता को स्वीकार कर परिमार्जन व परिशोधन से श्रेष्ठता की ओर अग्रसर करना है। व्यक्ति के जीवन में तीन बोध ज्ञान बोध, इतिहास बोध व कर्म बोध की महिमा का विशेष महत्व है। विशिष्ट अतिथि के रूप में अरविंद मिश्रा, जिला शिक्षा अधिकारी दुर्ग से रहें। उन्होंने कहा कि प्रतिभावान छात्र-छात्राओं का सम्मान होना अनिवार्य है क्योंकि इससे लोगों को प्रेरणा मिलती है। अगले विशिष्ट अतिथि कमल कपूर बंजारे, जिला शिक्षा अधिकारी बेमेतरा से रहें। उन्होंने सम्मान समारोह पर बधाई देते हुए कहा कि विद्यार्थियों ने कड़ी मेहनत व लगन से सफलता हासिल की है। इस सफलता में शिक्षक व पालकों का भी योगदान हैं। अगले विशिष्ट अतिथि राजीव गुप्ता, अध्यक्ष प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन रायपुर से रहें। उनका शिक्षकों से आग्रह किया कि वे विद्यार्थियों में पढ़ाई के साथ साथ दया व करुणा का भी विकास करें। मुख्य प्रशिक्षक के रूप में मुनि इंटरनेशनल स्कूल के निदेशक एवं अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त शिक्षाविद् डॉ अशोक ठाकुर रहें। उन्होंने शिक्षकों के कार्यभार को 10 गुना कैसे कम करें? और छात्रों के अधिगम परिणाम को 20 गुना कैसे बढ़ाएं? विषय पर अपने विचारों को साझा करते हुए कहा कि विद्यालयों में स्कूलिंग हो रहा है लेकिन शिक्षा का कार्य नहीं हो रहा है। विद्यार्थियों को क्लास रूम में पढ़ने के लिए न कहे बल्कि चीजों को मूर्त व अमूर्त रूप में पहचानने‌ तथा पीयर टीचिंग, ग्रुप डिस्कशन व क्लासरूम डिस्कशन का वातावरण तैयार करें ताकि विश्व स्वयं से पढ़ने को तैयार हो जाए। इससे उनके स्व-प्रेरणा से सीखने की क्षमता बढ़ जाएगी। हमारा लक्ष्य आज के आधुनिक डिजिटल युग में छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ अच्छे संस्कार भी देना है ताकि वे अच्छे इंसान बनकर वैश्विक रूप से जिम्मेदार नागरिक बने। मुनि इंटरनेशनल स्कूल इसी बुनियाद पर कार्य कर रहा है। हम छात्रों के पर्सपेक्शन पर नैतिकता से उनके बिलीफ सिस्टम को मजबूत करते हैं जिसके लिए हम उनमें छह आदतों-मैं ही जिम्मेदार हूं, इस दुनिया में कोई नकारात्मकता नहीं है बल्कि सकारात्मक है, इस दुनिया में चुनौतियां व समस्या हमें स्टार बनाने के लिए है तत्पश्चात कृतज्ञता, संयम व संकल्प को दिनचर्या में लागू करते हैं। क्लासरूम में डिस्कशन, करेक्शन, अंडरस्टैंड व सेलिब्रेशन का वातावरण देकर आनंदशाला बनाते हैं। इसके पश्चात अगले वक्ता वीर छत्रपति शिवाजी इंग्लिश मीडियम स्कूल रायपुर निदेशक एवं शिक्षाविद् मुकेश शाह रहें। उन्होंने शिक्षक के आभूषण व शिक्षकों और छात्रों का जुड़ाव विषय पर अपनी बात रखते हुए कहा कि बच्चों के मनोविज्ञान का अध्ययन कर उनसे जुड़ जाइए, तभी आप उनको सही ज्ञान प्रदान कर पाएंगे। अगले वक्ता एम्पावर एडुप्रेनर रायपुर के डायरेक्टर व शिक्षाविद् गोविंद मुदलियार रहें। उन्होंने बदलते शिक्षा के मद्देनजर कक्षा में शिक्षक और अधिगम प्रक्रिया की चुनौतियों का समाधान विषय पर बताया कि एनईपी 2020 शिक्षा में क्यों लागू किया गया है? जिसका प्रैक्टिकल अभ्यास कराकर समझाने का प्रयास किया। समाधान महाविद्यालय एवं ज्ञानभारती पब्लिक स्कूल के निदेशक एवं माइंड व मेमोरी ट्रेनर डॉ. अवधेश पटेल रहें। उन्होंने क्लास रूम में माइंड और मेमोरी पावर से छात्रों की एकाग्रता और रुचि कैसे बढ़ाएं? विषय पर अपनी बातों को साझा करते हुए कहा कि अच्छा शिक्षक वह है, जो विद्यार्थियों को पढ़ने के लिए तैयार करें। एलंस पब्लिक स्कूल और सैनिक स्कूल की प्राचार्या श्रीमती नीतू सिंह ने प्रेरणा से सशक्तिकरण-सार्थक शिक्षक की एक यात्रा पर अपनी बातों को साझा करते हुए बताया कि शिक्षक को विद्यार्थियों में छिपी हुई प्रतिभा को पहचान कर वास्तविक दुनिया के लिए तैयार करना चाहिए। अतिथियों को प्रतीक चिन्ह, शाल व श्रीफल से सम्मानित किया गया।


बेमेतरा जिले के शासकीय एवं निजी विद्यालय के कक्षा -10वीं एवं 12वीं की बोर्ड परीक्षा में जिला स्तर पर टॉप-10 एवं 90% से अधिक अंक प्राप्त प्राइवेट स्कूल के विद्यार्थियों, कक्षा-8वीं में 85% से अधिक प्राइवेट स्कूल के छात्र तथा समाधान महाविद्यालय के बीएड, बी.कॉम, बीसीए, बीएससी (सीएस), पीजी डिप्लोमा इन योग साइंस, आईटीआई कोपा, स्टेनो व इलेक्ट्रीशियन की परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक, मोमेंटो एवं प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया। इसके साथ ही 46 प्राइवेट स्कूल के शिक्षकों को बेस्ट टीचर के प्रमाण-पत्र एवं मोमेंटो से सम्मानित किया गया। मंच का संचालन महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक हरीश कुमार पटेल, एलंस पब्लिक स्कूल के व्याख्याता भीष्मदेव आर्य एवं मंजु छत्रि द्वारा किया गया। अंत में, डॉक्टर अलका तिवारी ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
इस कार्यक्रम में प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के संरक्षक दीपक अरोरा, उपाध्यक्ष जितेंद्र राजपूत, सचिव रामकुमार भारती, कोषाध्यक्ष वसीम खान, कार्यकारिणी सदस्य वीरेंद्र जायसवाल, समिति सलाहकार मृदु महाजन, जितेंद्र मिश्रा, गजपाल खुराना, रेवाराम पाल, कृष्णकुमार सोनी, समाधान महाविद्यालय के समस्त सहायक प्राध्यापक, एलंस पब्लिक स्कूल के समस्त शिक्षक एवं 60 स्कूलों के संचालक व प्राचार्य एवं जिले के विभिन्न विद्यालयों से 350 से अधिक शिक्षक तथा सम्मानित होने वाले छात्र-छात्राएं व पालकगण उपस्थित थे।

By MOOK PATRIKA

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