संस्था में निवासरत विगत एक वर्ष में अब तक कुल 10 बालकों को मिला पालन पोषण देखरेख परिवार

दैनिक मूक पत्रिका जांजगीर-चांपा – कलेक्टर जनमेजय महोबे के निर्देशन एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती अनिता अग्रवाल के मार्गदर्शन में संस्था में निवासरत विगत एक वर्ष में अब तक कुल 10 बालकों को पालन पोषण देखरेख परिवार से जोड़ा गया।
जिला बाल संरक्षण अधिकारी गजेन्द्र सिंह जायसवाल ने बताया कि 17 जुलाई 2025 जिले में संचालित बाल देखरेख संस्था हेल्प एण्ड हेल्पस समिति बाल गृह बालक जांजगीर में निवासरत 02 बालकों को पालन-पोषण देखेरख परिवार को नियमानुसार संरक्षण हेतु अस्थायी आदेश पर सपुर्द किया गया। परिवार द्वारा किये गये आवेदन के समस्त दस्तावेजों का अवलोकन करने के पश्चात सभी दस्तावेज सही पाये जाने पर बालक व परिवार का मैचिंग प्रक्रिया कराया गया। जहां बच्चों द्वारा परिवार के साथ रहने की इच्छा जाहिर किया गया एवं परिवार भी बालक को अपने साथ पालन-पोषण देखरेख हेतु ले जाने की सहमति पर संस्था में संरक्षण प्राप्त 02 बालकों को पालन-पोषण पारिवार को संरक्षण हेतु आदेश पारित किया गया। कार्यवाही में अध्यक्ष गणेश प्रसाद शर्मा, सदस्य तपोधन सिंह सिसोदिया, देव प्रसाद बर्मन, श्रीमती अनुराधा शुक्ला, श्रीमती आरती यादव सहित जिला बाल संरक्षण इकाई के समस्त स्टॉफ विशेष सहयोग रहा।
जिला बाल संरक्षण अधिकारी ने बताया कि पालन-पोषण देखरेख योजना शासन व महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा मिशन वात्सल्य योजना अंतर्गत संचालित की जा रही है। जिसमें दम्पत्ति पालन पोषण हेतु नियमानुसार पात्र बच्चा अस्थायी रूप से गोद ले सकते है। अधिक जानकारी हेतु जिला बाल संरक्षण इकाई जिला जांजगीर-चांपा में संपर्क किया जा सकता है। 

By MOOK PATRIKA

MOOKPATRIKA.COM" लाइव स्ट्रीमिंग सुविधाओं के साथ एक ऑनलाइन समाचार पोर्टल है, जो हिंदी भाषा में जन-संचार का एक सशक्त स्तम्भ है। अपने अभिनव, अनुभव, अद्वितीय अनोखा और अप्रतिम प्रयास से हमारा लक्ष्य मिडिया के व्यापक प्रकार यथा न्यूज़ पेपर, मैगजीन, प्रसारण चैनलों, टेलीविजन, रेडियो स्टेशन, सिनेमा आदि की स्थापना करना है। अपनी परिपक्व, ईमानदार, और निष्पक्ष टीम के साथ "MOOKPATRIKA.COM" का उद्देश्य देशहित में सच्ची घटनाओं पर प्रकाश डालना, उनका गुणात्मक और मात्रात्मक विश्लेषण बताना, सामाजिक समस्याओं को उजागर करना, सरकार की जन-कल्याणकारी योजनाओं पर प्रकाश डालना, जनता की इच्छाओं, विचारों को समझना और उन्हें व्यक्त करने का मौका देना, उनके अधिकारों के साथ लोकतांत्रिक परम्पराओं की रक्षा करना है।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *