दैनिक मूक पत्रिका किरंदुल/ हैदराबाद – भारत की सबसे बड़ी लौह अयस्क उत्पादक कंपनी, नेशनल मिनरल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (एनएमडीसी), ने अपनी कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) पहल के तहत छत्तीसगढ़ के बस्तर और दंतेवाड़ा जिलों के 500 अनुसूचित जनजाति के युवाओं के लिए एक परिवर्तनकारी कौशल विकास कार्यक्रम शुरू किया है। यह कार्यक्रम सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोकेमिकल्स इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (सीआईपीईटी), हैदराबाद के सहयोग से संचालित किया जा रहा है, जिसमें युवाओं को प्लास्टिक और पॉलिमर प्रौद्योगिकी में तकनीकी शिक्षा पूरी तरह से निःशुल्क प्रदान की जाएगी | हैदराबाद में सीआईपीईटी में आयोजित उम्मीदवारों की विदाई समारोह में इस कार्यक्रम की शुरुआत को उत्साहपूर्वक चिह्नित किया गया। इस अवसर पर एनएमडीसी के अधिकारियों ने युवाओं को प्रेरित करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की आयोजित विदाई कार्यक्रम में शामिल रहे CSR प्रमुख विवेक कुमार , सुखराम गावड़े और अन्य CSR विभाग के अधिकारी व कर्मचारी।
