दैनिक मूक पत्रिका जांजगीर चांपा – एलिगेंट पब्लिक स्कूल में नाग पंचमी शिक्षा परख एवं वैज्ञानिक दृष्टिकोण के साथ मनाई गई। छोटा स्पेक्टिकल कोबरा लेकर कार्यक्रम में पहुंचे सर्पमित्र विवेक शर्मा ने इस अवसर पर स्कूली छात्रों एवं शिक्षक शिक्षिकाओं को सभी सर्प एवं नाग के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।स्मार्ट बोर्ड पर अपने सहयोगी पवन तिवारी के साथ सचित्र रूप से सर्प के बताया कि छत्तीसगढ़ में मुख्य रूप से करैत एवं नाग जाति के साथ ही जहरीले होते हैं।इसके अलावा वुल्फ स्नेक और धमना पीटपीटी विष रहित होते हैं। बारिश के दिनों में विशेष कर करैत सांप से सावधान एवं बचकर रहना चाहिए। प्रायः देखा जाता है सर्पदंश से होने वाली मृत्यु के पीछे करैत सांप ही होता है ।उन्होंने बताया कि महाभारत काल में अर्जुन के पोते परीक्षित की मौत तक्षक सांप के काटने से हुई थी तो परीक्षित के पुत्र जन्मेय ने अपने पिता की मृत्यु का बदला लेने के लिए नाग दाह यज्ञ का आयोजन किया था।जिस यज्ञ में सभी सांप यज्ञ कुंड में आकर जलने लगे।जब तक्षक सांप का नाम लिया गया तब आस्तिक मुनि ने जन्मेय से तक्षक को बचाया और उसे पर शीतल दूध डालकर अग्नि की गर्मी शांत की। शर्मा ने बताया कि सांप दूध नहीं पीते हिंदी फिल्मों में दिखाकर यह भ्रांति लोगों में फैला दी गई है। उन्होंने सर्प संबंधी बच्चों की जिज्ञासा भी शांत की और उन्हें सर्प से डरना नहीं और पहले से उलझना नहीं है का सूत्र दिया। कार्यक्रम समाप्ति के पूर्व नागेंद्र गुप्ता, विक्की मनमानी,अनिल सोनी एवं एलिगेंट परिवार ने सर्पमित्र विवेक शर्मा और उनके सहायक सर्पमित्र पवन तिवारी का फूल माला और श्रीफल से सम्मान किया ।इस अवसर पर प्रिंसिपल -बिश्वजीत रथ,सारिका अग्रवाल ,रजनी तिवारी ,सुनीता बरेठ ,चंद्रिका साहू
सोनाली शाह ,अंतरा कर्ष,ज्योति शर्मा ,ज्योति सोनी ,प्रगति पांडे,मनीषा पटेल ,भूमिका पटेल
अंजली केंवट,श्वेता साहू ,शिवम् सोनी एवं स्कूली छात्र छात्राएं उपस्थित थे। अंत में स्कूल के प्रिंसिपल ने आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम समाप्ति की घोषणा की।
