समीक्षा बैठक एवं विभिन्न स्टेक होल्डरों से की गई चर्चा
दैनिक मूक पत्रिका बीजापुर – छत्तीसगढ़ शासन के उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा है कि नक्सलवाद अब अपने अंतिम पड़ाव पर है और इसके समूल खात्मे के लिए समाज के हर वर्ग की सहभागिता अंतिम आहुति के रूप में आवश्यक है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं गृहमंत्री अमित शाह के संकल्प के अनुरूप मार्च 2026 तक नक्सलवाद का पूर्ण उन्मूलन सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा बनाई गई रणनीति के तहत सुरक्षा बलों और पुलिस के जवानों द्वारा लगातार सफल ऑपरेशन किए जा रहे हैं, वहीं आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति के चलते बस्तर और बीजापुर में नक्सल प्रभाव तेजी से सिमट रहा है।
विजय शर्मा शुक्रवार को बीजापुर जिले के एक दिवसीय प्रवास पर थे, जहां उन्होंने जिला कार्यालय के सभागार में व्यापारी संगठन, खदान एवं सड़क निर्माण से जुड़े संगठन, सर्व आदिवासी समाज, जनजाति सुरक्षा मंच, वनवासी कल्याण समिति और विभिन्न बैंकों के अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि अब बीजापुर की जनता को गुमराह नहीं किया जा सकता। जिस गति से विकास कार्यों में जनसमुदाय का सहयोग मिल रहा है, वह इस बात का संकेत है कि बीजापुर जल्द ही शांति, सुरक्षा और विश्वास के साथ विकास की नई ऊंचाइयों को छूएगा और सामान्य क्षेत्रों की तरह यहां भी सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
बैठक के दौरान उपमुख्यमंत्री ने अंदरूनी क्षेत्रों में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि विकास में बाधा डालने वाले तत्वों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे आपसी समन्वय के साथ कार्यों की रफ्तार और तेज करें ताकि विकास का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे। व्यापारी वर्ग, आदिवासी समाज सहित विभिन्न संगठनों ने जिले के सर्वांगीण विकास हेतु अपने सुझाव और पूर्ण समर्थन व्यक्त किया।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष जानकी कोरसा, दंतेवाड़ा जिला पंचायत अध्यक्ष नंदलाल मुड़ावी, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के सचिव भीम सिंह, बस्तर संभाग के आयुक्त डोमन सिंह, आईजी बस्तर सुंदरराज पी., डीआईजी कमलोचन कश्यप, कलेक्टर संबित मिश्रा, पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेन्द्र यादव, डीएफओ रंगानाथा रामकृष्णा वाय, जिला पंचायत की सीईओ नम्रता चौबे, उप निदेशक इन्द्रावती टाइगर रिजर्व संदीप बल्गा सहित अधिकारी उपस्थित थे।