बीजापुर@आशीष पदमवार| स्वतंत्रता के 79वें पर्व को जिलेभर में देशभक्ति और उत्साह के साथ मनाया गया। जिला स्तरीय मुख्य समारोह का आयोजन मिनी स्टेडियम में हुआ, जहां मुख्य अतिथि बस्तर सांसद महेश कश्यप ने ध्वजारोहण कर परेड की सलामी ली। इस अवसर पर उन्होंने मुख्यमंत्री का संदेश जनता को पढ़कर सुनाया और रंग-बिरंगे गुब्बारे आसमान में छोड़कर आज़ादी के जश्न की शुरुआत की।

समारोह में नक्सल उन्मूलन अभियान में शहीद हुए वीर जवानों के परिजनों को शॉल और श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया गया। अपने-अपने कार्यक्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर उनका मनोबल बढ़ाया गया, जिनमें पुलिस, शिक्षा, स्वास्थ्य सहित कई विभागों के प्रतिनिधि शामिल थे।

परेड व सांस्कृतिक कार्यक्रम में रही कड़ी प्रतिस्पर्धा
सीनियर परेड दल में सीआरपीएफ प्रथम, जिला पुलिस बल पुरुष द्वितीय और छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल तृतीय स्थान पर रहे। जूनियर परेड में एनसीसी ने पहला, स्काउट ने दूसरा और एनएसएस ने तीसरा स्थान हासिल किया।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों में ‘मोर छत्तीसगढ़ महतारी तोला बारंबार प्रणाम’ गीत हेतु छु लो आसमां को प्रथम पुरस्कार, ‘शिक्षा क्रांति’ नाट्य गीत हेतु पीएमश्री नवोदय विद्यालय को द्वितीय और ‘ओ माई तेरी मिट्टी बुलाए’ प्रस्तुति के लिए डीएवी मांझीगुड़ा को तृतीय पुरस्कार मिला।

आत्मसमर्पित नक्सली और वनांचल के बच्चे बने मुख्य आकर्षण
इस वर्ष का एक विशेष दृश्य रहा—छत्तीसगढ़ सरकार की आत्मसमर्पण नीति के तहत लौटे सैकड़ों नक्सलियों का कार्यक्रम में शामिल होना, जिन्होंने भारत की एकता, अखंडता और देशप्रेम को सलाम किया। वहीं, कोरचोली, तोड़का, नेण्ड्रा, एड़समेटा, करका, इतावर और भट्टीगुड़ा जैसे सुदूर वनांचल से आए स्कूली बच्चों ने भी स्वतंत्रता दिवस का उत्सव प्रत्यक्ष देखा।
कार्यक्रम में क्षेत्रीय विधायक विक्रम मंडावी, जिला पंचायत अध्यक्ष जानकी कोरसा, नगरपालिका अध्यक्ष गीता सोम पुजारी, जिला एवं जनपद पंचायत के जनप्रतिनिधि, वरिष्ठ अधिकारी, स्कूली विद्यार्थी और आमजन बड़ी संख्या में मौजूद थे। कलेक्टर संबित मिश्रा और पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेंद्र यादव सहित प्रशासनिक अधिकारियों ने विजेताओं को पुरस्कृत किया और सामूहिक फोटोग्राफी कराई।
