नवनिर्मित भवन का उद्घाटन नवंबर में, राज्य की रजत जयंती का हिस्सा बनेगा
दैनिक मूक पत्रिका रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने आज दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और उन्हें राज्य की रजत जयंती वर्ष के दौरान नवनिर्मित विधानसभा भवन के उद्घाटन के लिए आमंत्रित किया। यह मुलाकात संसद भवन में हुई, जहां डॉ. सिंह ने पीएम मोदी को औपचारिक निमंत्रण पत्र सौंपा। डॉ. सिंह ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर इसकी जानकारी साझा करते हुए कहा कि यह अवसर राज्य के सभी विधानसभा सदस्यों के लिए गौरव का क्षण होगा। इस आमंत्रण को राज्य के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय द्वारा पहले दिए गए निमंत्रण से जोड़कर देखा जा रहा है, जहां उन्होंने पीएम को रजत जयंती महोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया था।
छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना 1 नवंबर 2000 को हुई थी, और 2025 में यह अपनी रजत जयंती (25वें वर्ष) मना रहा है। इस मौके पर राज्य सरकार ने ‘अमृत रजत महोत्सव’ का आयोजन किया है, जो 15 अगस्त 2025 से 31 मार्च 2026 तक चलेगा। इस उत्सव के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक, विकासात्मक और जनकल्याणकारी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनमें नवनिर्मित विधानसभा भवन का उद्घाटन मुख्य आकर्षण होगा। राज्य की जनसंख्या लगभग 3 करोड़ है, और यह क्षेत्रफल के हिसाब से भारत का नौवां सबसे बड़ा राज्य है, जहां 90 विधानसभा सीटें हैं। रजत जयंती वर्ष में यह भवन राज्य की लोकतांत्रिक परंपरा और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक बनेगा।
नवनिर्मित विधानसभा भवन की प्रमुख विशेषताएं और आंकड़े
नवनिर्मित छत्तीसगढ़ विधानसभा भवन नवा रायपुर के सेक्टर-19, अटल नगर में स्थित है और यह 52 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। भवन की निर्माण प्रक्रिया 80% से अधिक पूरी हो चुकी है, और इसे सितंबर 2025 तक पूर्ण रूप से तैयार कर लिया जाएगा। उद्घाटन की प्रस्तावित तिथि 1 नवंबर 2025 है, जो राज्योत्सव समारोह के साथ जुड़ी हुई है। भवन की कुछ प्रमुख विशेषताएं और आंकड़े निम्नलिखित हैं:
- क्षमता और डिजाइन: मुख्य विधानसभा हॉल में 200 विधायकों के बैठने की व्यवस्था है, जो वर्तमान 90 सीटों से अधिक है और भविष्य की विस्तार आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर बनाया गया है। इसके अलावा, एक अल्ट्रा-मॉडर्न ऑडिटोरियम है जिसमें 500 दर्शकों की क्षमता है। भवन में तीन मुख्य विंग हैं: विंग ए (विधानसभा सचिवालय), विंग बी (मुख्यमंत्री, स्पीकर का कार्यालय, मुख्य हॉल और सेंट्रल हॉल), तथा विंग सी (उप मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रियों के कार्यालय)।
- सुविधाएं: भवन में 700 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था है, साथ ही दो कृत्रिम झीलें (प्रत्येक 1.5 एकड़ की) शामिल हैं, जो पर्यावरण-अनुकूल डिजाइन का हिस्सा हैं। यह छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और पारंपरिक वास्तुकला को आधुनिक सुविधाओं के साथ जोड़ता है, जिसमें उन्नत तकनीकी फीचर्स जैसे डिजिटल सिस्टम, सुरक्षा व्यवस्था और सौंदर्यपूर्ण डिजाइन शामिल हैं। यह भवन राष्ट्रीय स्तर पर एक बेंचमार्क स्थापित करने की क्षमता रखता है।
- निर्माण प्रगति और समयसीमा: मई 2025 तक भवन का 95% से अधिक कार्य पूरा हो चुका था, और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने हाल ही में इसका निरीक्षण कर सितंबर तक पूर्णता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री और स्पीकर के चैंबर भी 80% पूरे हैं।
- लागत और बजट: हालांकि सटीक लागत के आंकड़े सार्वजनिक रूप से उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन राज्य सरकार ने इस परियोजना को रजत जयंती वर्ष की प्रमुख विकास योजनाओं में शामिल किया है। समान परियोजनाओं के आधार पर अनुमानित लागत करोड़ों में है, लेकिन आधिकारिक पुष्टि का इंतजार है। राज्य सरकार ने विकास कार्यों के लिए 2025-26 के बजट में विशेष प्रावधान किए हैं, जिसमें विधानसभा भवन जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर पर जोर है।
पीएम मोदी की भूमिका और राज्य का विकास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस उद्घाटन के लिए आमंत्रित किए जाने से राज्य में उत्साह है। डॉ. रमन सिंह ने कहा कि पीएम के हाथों उद्घाटन राज्य की 3 करोड़ जनता के लिए ऐतिहासिक होगा। इससे पहले, मुख्यमंत्री साय ने भी पीएम से मुलाकात कर ‘अंजोर विजन @ 2047’, जन विश्वास विधेयक 2025, नवा रायपुर के एससीआरडीए, मेडिसिटी और एडु-सिटी जैसी योजनाओं पर चर्चा की थी। पीएम मोदी ने छत्तीसगढ़ में रेल परियोजनाओं के लिए 249 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन किया है, जो राज्य के विकास को गति दे रही हैं।
यह भवन न केवल विधायी कार्यों का केंद्र बनेगा, बल्कि छत्तीसगढ़ की प्रगति का प्रतीक भी। रजत जयंती उत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रम, आदिवासी क्षेत्रों में विकास पहल और रामलला दर्शन योजना जैसी योजनाएं शामिल हैं। राज्य सरकार का लक्ष्य है कि यह वर्ष छत्तीसगढ़ को ‘डबल इंजन सरकार’ के तहत नई ऊंचाइयों पर ले जाए।