दैनिक मूक पत्रिका/बीजापुर – छत्तीसगढ़ शालेय शिक्षक संघ, जिला बीजापुर के प्रतिनिधि मंडल ने शिक्षक एलबी, ई एवं टी संवर्ग तथा प्रधान पाठक प्राथमिक शाला की वरिष्ठता सूची में गंभीर त्रुटियों के सुधार की मांग को लेकर संभागीय संयुक्त संचालक, बस्तर संभाग शिक्षा के नाम ज्ञापन जिला शिक्षा अधिकारी एल.एल. धनेलिया को सौंपा।
ज्ञापन में प्रतिनिधि मंडल ने कहा कि सूची में नियुक्ति तिथि और पदोन्नति तिथि समान दर्शाई गई हैं, जबकि वास्तविक तिथियों में स्पष्ट अंतर होना आवश्यक है। इसके अतिरिक्त, जन्म तिथि सही क्रम में नहीं है, कई स्थानों पर आदेश जारी होने की तिथि को ही नियुक्ति तिथि के रूप में दिखाया गया है, जिससे शिक्षा कर्मियों के वरिष्ठता क्रम में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो रही है।
ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि कई जिला पंचायतों में 30 अप्रैल 2005 को आदेश जारी होने के बावजूद राज्य शासन द्वारा सभी कर्मियों की प्रथम नियुक्ति तिथि 1 मई 2005 घोषित की गई थी। इसी तरह, वर्ष 1998 में नियुक्त समस्त शिक्षा कर्मियों की पदोन्नति 2006 से प्रारंभ हुई, जबकि सूची में इसे 1998 दर्शाया गया है। यह स्पष्ट रूप से त्रुटिपूर्ण है और इसे सुधारने की आवश्यकता है।
संघ ने यह भी ध्यान दिलाया कि सूची में मृत एवं सेवानिवृत शिक्षकों के नाम भी शामिल हैं, जो न केवल सूची की विश्वसनीयता को प्रभावित कर रहे हैं, बल्कि प्रशासनिक प्रक्रिया में भी दिक्कतें पैदा कर सकते हैं।
ज्ञापन पर जिला सचिव कैलाश रामटेके, महामंत्री वसीम खान, ब्लॉक अध्यक्ष विजय चापड़ी और अरुण सिंह के संयुक्त हस्ताक्षर हैं। उन्होंने मांग की है कि सभी त्रुटियों को सही करके पुनः संशोधित वरिष्ठता सूची जल्द से जल्द जारी की जाए।
छग शालेय शिक्षक संघ का कहना है कि सूची में सुधार से न केवल शिक्षकों के अधिकार सुरक्षित होंगे, बल्कि शिक्षा विभाग की प्रशासनिक प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता भी सुनिश्चित होगी। संघ ने प्रशासन से आग्रह किया है कि यह सुधार जल्द से जल्द लागू किया जाए ताकि शिक्षक समुदाय में व्याप्त असमंजस और अनिश्चितता दूर हो सके।