मंत्री के वीवीआईपी रूट पर भी उठे सवाल
सूरजपुर/सिलफिली- सड़क पर गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़क, यह सवाल अब पूरे सूरजपुर जिले में गूंज रहा है। सिलफिली से कालीघाट तक राष्ट्रीय राजमार्ग-43 (NH-43) की बदहाल स्थिति को लेकर जनता का सब्र जवाब दे चुका है। बीते शनिवार, 19 जुलाई को सिलफिली में युवा कांग्रेस जिला अध्यक्ष व जिला पंचायत सदस्य नरेंद्र यादव के नेतृत्व में आयोजित चक्का जाम आंदोलन ने प्रशासन को झकझोर दिया।
सड़क नहीं, मौत का रास्ता: अब नहीं सहेंगे खामोशी
NH-43 की स्थिति ऐसी हो चुकी है कि दुर्घटनाएं आम हो गई हैं। लोग रोज़ाना सिर पर कफ़न बांध कर सफर करने को मजबूर हैं। ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने कई बार शिकायत की, ज्ञापन सौंपे, लेकिन ना कोई सुनवाई हुई, ना ही कोई सुधार।
सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों, महिलाओं, युवाओं और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सड़क पर बैठकर यह ऐलान कर दिया कि अब नहीं सहेंगे खामोशी, अब जवाब चाहिए।
मंत्री जी के रास्ते को तीन बार बनाया, जनता के हिस्से में गड्ढे क्यों?
प्रदर्शन के दौरान सबसे तीखा सवाल यह उठा कि वर्तमान मंत्री के घर जाने वाला रास्ता तीन बार बनाया गया, वह वीवीआईपी है इसलिए? क्या आम जनता की जान की कोई कीमत नहीं?
इस मुद्दे ने आंदोलन को और उग्र बना दिया। लोगों ने स्पष्ट रूप से कहा कि यह भेदभाव और सत्ता के विशेषाधिकार की मानसिकता को दर्शाता है।
पूर्व विधायक का तीखा वार: भ्रष्टाचार में व्यस्त हैं मंत्री जी
प्रदर्शन में शामिल पूर्व विधायक पारसनाथ राजवाड़े ने भी मौजूदा मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े पर सीधा निशाना साधा। उन्होंने कहा जब आंगनबाड़ी जैसी योजनाओं में सलाई घोटाले और निर्माण में भ्रष्टाचार करने से फुर्सत नहीं हो, तब भला सड़क निर्माण पर ध्यान कैसे जाएगा?
उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग में बड़े घोटालों का आरोप लगाते हुए कहा कि जनता सब देख रही है, और समय आने पर जवाब भी देगी।
प्रशासन का आश्वासन: 15 अक्टूबर तक निर्माण, नहीं तो फिर आंदोलन
प्रशासन द्वारा दिए गए आश्वासन के अनुसार, 15 अक्टूबर 2025 के बाद NH-43 का निर्माण कार्य प्रारंभ किया जाएगा।
तब तक गड्ढों की मरम्मत और अस्थायी सुधार का कार्य किया जाएगा।
आंदोलनकारियों ने चेतावनी दी कि अगर तय समयसीमा में काम नहीं शुरू हुआ, तो यह आंदोलन और भी बड़ा व उग्र रूप लेगा।
जनता की प्रमुख मांगें
NH-43 की तत्काल मरम्मत और निर्माण की स्पष्ट समय-सीमा घोषित की जाए। निर्माण कार्य की गुणवत्ता और पारदर्शिता सुनिश्चित हो। क्षेत्रीय श्रमिकों को कार्य में प्राथमिकता दी जाए। सभी गड्ढों को फिलहाल तुरंत भरा जाए, ताकि जानलेवा स्थिति से राहत मिले।
एकजुट हुई जनता, मजबूत हुआ संघर्ष
इस आंदोलन में सिलफिली, गणेशपुर, पेंडानगर, पहाड़गांव, नवगांव, जमनगर सहित दर्जनों गांवों से आए लोगों ने भाग लिया। महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों की बड़ी भागीदारी ने आंदोलन को सामाजिक ताकत दी। पूर्व विधायक, जनपद सदस्य, युवा कांग्रेस पदाधिकारी और स्थानीय संगठनों की उपस्थिति में यह आंदोलन जनता की एकजुटता और दृढ़ संकल्प का उदाहरण बन गया।

नरेंद्र यादव बोले: हम सड़क नहीं, सम्मान मांग रहे हैं
युवा कांग्रेस जिला अध्यक्ष नरेंद्र यादव ने कहा कि हमारी लड़ाई सिर्फ सड़क की नहीं, सिस्टम की उपेक्षा के खिलाफ है। जब भी जनता की बात आएगी, हम सड़कों पर मिलेंगे, ना डरेंगे, ना झुकेंगे।