दैनिक मूक पत्रिका दंतेवाड़ा – कार्यालय नगर पंचायत बारसूर द्वारा प्राप्त जानकारी अनुसार पूर्व वर्ष में आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय भारत सरकार द्वारा स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 में 20,000 से कम जनसंख्या वाले शहरों की श्रेणी में राष्ट्रीय रैंकिंग में नगर पंचायत बारसूर को 470 वाँ स्थान प्राप्त हुआ था। इस क्रम में नगर पंचायत बारसूर द्वारा अपनी रैंकिंग को बेहतर करते हुए स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 में राष्ट्रीय स्तर पर 21वां स्थान प्राप्त हुआ है। उल्लेखनीय है कि आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय भारत सरकार द्वारा स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 में 20,000 से कम जनसंख्या वाले शहरों की श्रेणी में राष्ट्रीय रैंकिंग में नगर पंचायत बारसूर को 21वीं स्थान प्राप्त हुआ है। इसमें मुख्य रूप से स्वच्छता सूचकांक के तहत घर-घर जाकर कचरा संग्रहण स्रोत, पृथक्कीकरण अपशिष्ट उत्पादन का प्रसंस्करण, आवासीय क्षेत्रों की सफाई, बाजार क्षेत्रों की सफाई, जल निकायों की सफाई, सार्वजनिक शौचालयों की सफाई, सार्वजनिक क्षेत्रों की सफाई जैसे कार्य आदि शामिल है। इसके अलावा नगर पंचायत को जी.एफ.सी. सर्वेक्षण की कैटगरी में 1 स्टार का दर्जा एवं ओ.डी.एफ. की कैटेगरी में भी इस साल ओ.डी.एफ. डबल प्लस का दर्जा प्राप्त हुआ है। इस संबंध में मुख्य नगरपालिका अधिकारी द्वारा समस्त नागरिकों को स्वच्छता में सहयोग हेतु आभार व्यक्त करते हुए अपील किया है कि, अपने घरों आवासीय क्षेत्रों, संस्थानों, होटलों आदि स्थानों से निकलने वाले कचरे में से गीले सूखे कचरे को अलग-अलग कर स्वच्छता दीदियों को देवें एवं खुले स्थानों, तालाबों, सार्वजनिक क्षेत्रों में कचरे को ना फेंके, इसके अलावा पॉलीथिन का उपयोग न करने, खुले में कचरा न जलाने के साथ ही खुले में शौच न करने की बात भी कहीं गई। ताकि आगामी स्वच्छता सर्वेक्षण में नगर पंचायत बारसूर को उत्कृष्ट रैंकिंग प्राप्त हो सके।
सड़क दुर्घटनाओं को रोकने हेतु नगर पंचायत बारसूर द्वारा घुमन्तु पशुओं में रेडियम पट्टी एवं टैग लगाने की गई पहल
कार्यालय नगर पंचायत बारसूर द्वारा प्राप्त जानकारी अनुसार अक्सर अंधेरे में पशु सड़क के बीचो-बीच बैठे रहते है और दूर से दिखाई न देने के कारण तेज रफ्तार वाहनों से उनकी टक्कर हो जाती है। जिससे न केवल गंभीर हादसे होते है बल्कि पशुओं की जान भी चली जाती है। सड़कों पर आवारा पशुओं से होने वाली दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए नगर पंचायत बारसूर द्वारा सड़को पर घूम रहे आवारा पशुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने और वाहन चालकों को संभावित हादसों से बचाने के लिए उन पर रेडियम पट्टी और रेडियम टैग लगाए जा रहे है। रेडियम की चमक से ये पशु दूर से ही नजर आ जाएंगे, जिससे वाहन चालक समय रहते ही अपने वाहन की गति पर नियंत्रण कर सकेंगे। यह कदम रात के अंधेरे से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के उद्देश्य से उठाया गया है। इस संबंध में मुख्य नगरपालिका अधिकारी, गिरीश तिवारी ने स्थानीय पशु पालकों से अपील की है कि वे अपने पशुओं को घर पर बाँधकर रखे, खुले स्थानों व सड़कों पर न छोड़े। जिससे आवारा पशुओं से होने वाले दुर्घटनाओं से बचा जा सके।