दैनिक मूक पत्रिका बीजापुर – जिले के पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्याकांड में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पीडब्ल्यूडी विभाग के पांच अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अधिकारियों में दो सेवानिवृत्त कार्यपालन अभियंता (ईई) भी शामिल हैं। सभी आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
गिरफ्तार अधिकारी इस प्रकार हैं:
• डीआर साहू (सेवानिवृत्त ईई)
• वीके चौहान (सेवानिवृत्त अभियंता)
• एचएन पात्र (कार्यपालन अभियंता)
• प्रमोद सिंह कंवर (एसडीओ, बीजापुर)
• संतोष दास (उप अभियंता)
घटना की पृष्ठभूमि
पत्रकार मुकेश चंद्राकर 1 जनवरी 2025 की शाम से लापता थे। 2 जनवरी को रात 8 से 8:30 बजे के बीच उनके बड़े भाई युकेश चंद्राकर ने पत्रकार साथियों के साथ थाना पहुंचकर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिपोर्ट की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक सहित वरिष्ठ अधिकारी सक्रिय हो गए। तत्काल सायबर सेल व विशेष टीम गठित कर खोजबीन शुरू की गई।
मोबाइल लोकेशन और सर्च ऑपरेशन
पुलिस ने मुकेश के मोबाइल नंबरों की लोकेशन खंगाली, जो नूकनपाल और जांगला जैसे इलाकों में मिली। बाद में उनके भाई द्वारा साझा किए गए जीमेल लोकेशन के आधार पर चट्टानपारा स्थित सुरेश चंद्राकर के बाड़े की तलाशी ली गई। यहां सेप्टिक टैंक पर नए फ्लोरिंग का शक हुआ।
शव की बरामदगी और सीडीआर का खुलासा
कई घंटों की तलाशी और पूछताछ के बाद पुलिस ने पाया कि मुकेश की आखिरी बातचीत रितेश चंद्राकर से हुई थी। बाद में पता चला कि रितेश 2 जनवरी को ही रायपुर एयरपोर्ट से दिल्ली रवाना हो गया था। पुलिस को संदेह गहराया और जांच की दिशा बदल गई।
दिनेश चंद्राकर को 3 जनवरी की सुबह जिला अस्पताल से हिरासत में लिया गया, जहां सख्ती से पूछताछ के बाद उसने खुलासा किया कि रितेश चंद्राकर और महेन्द्र रामटेके ने मिलकर मुकेश की हत्या की और शव को सेप्टिक टैंक में छुपा दिया। दिनेश ने सबूतों को नष्ट करने और शव को छिपाने में मदद की थी।
हत्या की वजह और साजिश
जांच में सामने आया कि मुकेश चंद्राकर, जो रिश्ते में आरोपियों का ही संबंधी था, उनके ठेका कार्यों में हो रही अनियमितताओं की रिपोर्टिंग कर रहा था। इससे संबंधित विभागों में जांच शुरू हो गई थी। इसी नाराजगी के चलते सुरेश चंद्राकर ने अपने भाइयों रितेश व दिनेश और सुपरवाइजर महेन्द्र के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची।
1 जनवरी की रात बाड़े के कमरे नंबर 11 में लोहे की रॉड से मुकेश की हत्या कर दी गई। शव को सेप्टिक टैंक में डालकर फ्लोरिंग कर दी गई। साक्ष्य मिटाने के लिए उनके मोबाइल फोन भी तोड़कर नदी में फेंक दिए गए।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
• रितेश चंद्राकर को रायपुर एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया।
• महेन्द्र रामटेके और दिनेश चंद्राकर को बीजापुर से पकड़ा गया।घटना में प्रयुक्त वाहन, मिक्सर मशीन, लोहे की रॉड, मोबाइल आदि सबूत बरामद किए गए।
•सुरेश चंद्राकर को 5 जनवरी की रात हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया।
हत्या का कारण
पुलिस पूछताछ में सुरेश चंद्राकर ने स्वीकार किया कि मुकेश द्वारा उनके ठेका कार्यों की रिपोर्टिंग से नाराज होकर उसने हत्या की साजिश रची थी।