बस्तर:सावन माह के पावन अवसर पर बस्तर जिले में विश्व हिंदू परिषद एवं बजरंग दल के संयुक्त तत्वावधान में एक अत्यंत भव्य और ऐतिहासिक कांवड़ यात्रा का आयोजन किया गया, जिसने न केवल धार्मिक आस्था को सशक्त किया, बल्कि बस्तर की सांस्कृतिक चेतना को भी नई ऊर्जा प्रदान की। यह आयोजन ग्राम बस्तर स्थित ऐतिहासिक शिव मंदिर में सम्पन्न हुआ, जो राष्ट्रीय राजमार्ग 30 पर स्थित है और अपनी प्राचीनता एवं आध्यात्मिक गरिमा के लिए पूरे संभाग में विख्यात है। यहां स्थापित शिवलिंग को स्वयंभू माना जाता है और यह मंदिर केंद्रीय पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित धरोहर के रूप में चिन्हित है।

कांवड़ यात्रा का शुभारंभ बस्तर की जीवनदायिनी मानी जाने वाली पवित्र इंद्रावती नदी के तट पूंजीगुड़ा से हुआ, जहाँ श्रद्धालुओं ने विधिपूर्वक जल संग्रह किया। हजारों कांवड़िए इस जल को अपने कंधों पर धारण करते हुए उत्साह और भक्ति भाव के साथ ग्राम बस्तर के प्राचीन शिवालय तक पहुंचे। पूरे मार्ग में ग्रामवासियों और सामाजिक संगठनों द्वारा भक्तों का पुष्पवर्षा से स्वागत किया गया तथा उनके लिए फल, जल और विश्राम की उत्तम व्यवस्था की गई।

बजरंग दल के विभाग संयोजक सिकंदर कश्यप ने बताया कि यह आयोजन केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि सनातन संस्कृति के जागरण और युवाओं को अपनी परंपराओं से जोड़ने का प्रयास है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष पहली बार बस्तर संभाग में डांक कांवड़ यात्रा का आयोजन भी किया गया था, जो कि जल लेकर दौड़ते हुए कांवड़ियों द्वारा जगदलपुर से खम्हार ग्राम के प्राचीन शिवालय तक पहुंचाई गई। इसके अलावा जगदलपुर से देवड़ा स्थित शिव मंदिर, रामायण कालीन शिव मंदिर रामपाल तथा डिमरापाल से बकावंड तक भी कांवड़ यात्राएं आयोजित की गईं थी,जिनमें हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं की सहभागिता रही।

विश्व हिंदू परिषद बस्तर प्रखंड अध्यक्ष विवेक शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि ग्राम बस्तर स्थित यह शिवालय केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व का केंद्र है। इसका निर्माण दसवीं शताब्दी के दौरान बस्तर के तत्कालीन छिंदक नागवंशी राजाओं द्वारा कराया गया था और यह मंदिर संभाग के दूसरे सबसे बड़े जलाशय भानसागर के समीप स्थित है। लोकमान्यता है कि इस मंदिर में पूजा करने वाले नि:संतान दंपत्तियों की मनोकामनाएं भगवान भोलेनाथ पूर्ण करते हैं। मनोकामना पूरी होने पर श्रद्धालु यहां त्रिशूल और धातु से निर्मित नाग अर्पित करते हैंl शिवरात्रि के अतिरिक्त माघ माह में इस स्थान पर गंगादई नामक वार्षिक मेला भी आयोजित होता है, जिसमें दूर-दराज़ से श्रद्धालु सम्मिलित होते हैं।

इस अवसर पर विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल से जिला अध्यक्ष शंकरलाल गुप्ता,विभाग संयोजक सिकंदर कश्यप,जिला मंत्री नवीन देवांगन,उपाध्यक्ष प्रेम चालकी,जिला कोषाध्यक्ष सुरेंद्र तिवारी,सह मंत्री घनश्याम नाग,जिला सह मंत्री होमेश राठौर,जिला सेवा प्रमुख देवेंद्र कश्यप,जिला संयोजक नरेश कोरी,सह संयोजक योगेश रैली,प्रखंड अध्यक्ष विवेक शुक्ला,मंत्री शिवा नाग,धर्म प्रसार प्रमुख कार्तिक नाग,नेहरूलाल ,जैमन,दिनेश,शंकर एवं सभी बजरंगी कार्यकर्ता के साथ अनुसांगिक संगठन से सांसद मीडिया प्रतिनिधि रोहन कुमार,पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जबिता मंडावी उपस्तिथ थे l

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