दैनिक मूक पत्रिका बीजापुर – प्रांताध्यक्ष कमल वर्मा के आह्वान पर छत्तीसगढ़ कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन एवं एनएचएम कर्मचारी संघ ने संयुक्त रैली निकालकर मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव के नाम ज्ञापन सौंपा। यह रैली सांस्कृतिक मैदान से कलेक्ट्रेट परिसर तक निकाली गई, जहां फेडरेशन के जिलाध्यक्ष मो. जाकिर खान और जिला सचिव कैलाश रामटेके के नेतृत्व में एसडीएम जागेश्वर कौशल को ज्ञापन सौंपा गया।

ज्ञापन में बताया गया कि प्रमुख मांगों में केंद्र के समान 2% महंगाई भत्ता, वर्ष 2019 से लंबित एरियर्स का भुगतान, पिंगुआ कमेटी रिपोर्ट सार्वजनिक करना, चार स्तरीय पदोन्नति व समयमान वेतनमान लागू करना, वेतन विसंगति दूर करना, कैशलेस चिकित्सा सुविधा, अनुकंपा नियुक्ति में 10% सीमा समाप्त करना, अर्जित अवकाश का 300 दिन तक नगदीकरण, पूर्ण पेंशन हेतु नीति निर्माण, सेवानिवृत्ति आयु 65 वर्ष करना एवं अनियमित कर्मचारियों का नियमितिकरण शामिल है।
धरना-प्रदर्शन में जिला मुख्यालय मे सभी विकासखण्डों के अधिकारी-कर्मचारी जुटे,सभी ने साँस्कृतिक मैदान मे प्रर्दशन कर माँगे मानने हेतु नारे लगाये।वहीं फेडरेशन के समस्त पदाधिकारियों ने एनएचएम कर्मचारियों की माँगों का समर्थन किया।

धरना-प्रदर्शन में फेडरेशन के कोषाध्यक्ष लोकेश रेड्डी, सह सचिव रेश्मा गोड्डे, वन कर्मचारी संघ के विश्वनाथ मांझी, स्वास्थ्य संयोजक संघ के शेख फारुख, वाहन चालक संघ के महेश देवांगन, शिक्षक संघ के मोहन राय, दुब्बा कामेश्वर, बीएल पुजारी, चतुर्थ वर्ग कर्मचारी संघ के मोतीराम बेलसरिया, महिला बाल विकास से प्रियंका देहारी, पटवारी संघ के केजी यशवंत, वेटनरी संघ के डॉ. कमल गुप्ता, डॉ. राजीव शर्मा, मनोज कुड़मुल सहित विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए।नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि मांगों पर अमल नहीं हुआ तो आंदोलन को उग्र रूप दिया जाएगा।

By MOOK PATRIKA

MOOKPATRIKA.COM" लाइव स्ट्रीमिंग सुविधाओं के साथ एक ऑनलाइन समाचार पोर्टल है, जो हिंदी भाषा में जन-संचार का एक सशक्त स्तम्भ है। अपने अभिनव, अनुभव, अद्वितीय अनोखा और अप्रतिम प्रयास से हमारा लक्ष्य मिडिया के व्यापक प्रकार यथा न्यूज़ पेपर, मैगजीन, प्रसारण चैनलों, टेलीविजन, रेडियो स्टेशन, सिनेमा आदि की स्थापना करना है। अपनी परिपक्व, ईमानदार, और निष्पक्ष टीम के साथ "MOOKPATRIKA.COM" का उद्देश्य देशहित में सच्ची घटनाओं पर प्रकाश डालना, उनका गुणात्मक और मात्रात्मक विश्लेषण बताना, सामाजिक समस्याओं को उजागर करना, सरकार की जन-कल्याणकारी योजनाओं पर प्रकाश डालना, जनता की इच्छाओं, विचारों को समझना और उन्हें व्यक्त करने का मौका देना, उनके अधिकारों के साथ लोकतांत्रिक परम्पराओं की रक्षा करना है।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *