गणेशोत्सव केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि समाज को एक सूत्र में बांधने का माध्यम है: विधायक मोती लाल साहू
गणेशोत्सव सामाजिक एकजुटता और सांस्कृतिक चेतना का पर्व है : अध्यक्ष लक्ष्मीकांत कोसरिया
विजयी प्रतिभागियों , शिक्षकों और वरिष्ठ नागरिकों को किया गया सम्मानित
दैनिक मूक पत्रिका रायपुर – रोजवुड सांस्कृतिक समिति द्वारा आयोजित गणेशोत्सव 2025 का समापन अनंत चतुर्दशी के अवसर पर श्रद्धा एवं भव्यता के साथ हुआ। यह आयोजन समिति का सातवाँ वर्ष रहा, जिसमें पूरे 11 दिनों तक धार्मिक अनुष्ठानों के साथ विविध सांस्कृतिक एवं मनोरंजनात्मक प्रतियोगिताएँ आयोजित की गईं।
पूरे उत्सव के दौरान सुबह एवं रात्रि आरती, भजन-कीर्तन, गीत-ग़ज़ल कार्यक्रम सहित बच्चों, महिलाओं और पुरुषों के लिए अनेक प्रतियोगिताएँ हुईं। इनमें रंगोली सजाओ, चित्रकला, डांस, फैंसी ड्रेस, हाउजी, अंताक्षरी, म्यूजिक चेयर,थाली सजाओ, शंख बजाओ, कपल्स गेम जैसे रोचक आयोजन शामिल रहे। सभी विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कार प्रदान किए गए।
अनंत चतुर्दशी के दिन हवन-पूजन, गणेश विसर्जन, पुरस्कार वितरण एवं शिक्षकों तथा वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान किया गया। इसके पश्चात भंडारा-प्रसादी का आयोजन हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में रायपुर ग्रामीण विधायक मोती लाल साहू उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में रायपुर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक नंदकुमार साहू, बोरिया कला ग्राम पंचायत के सरपंच हिमांचल साहू एवं पंचगण, तथा ग्रीन्सविले बोरिया कला रेजिडेंट्स वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष देवता दिन दुबे विशेष रूप से उपस्थित हुए।
समिति के अध्यक्ष लक्ष्मीकांत कोसरिया ने अपने स्वागत भाषण में कहा गणेशोत्सव हमारी समिति के लिए केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि सामाजिक समरसता, एकजुटता और सांस्कृतिक चेतना का पर्व है। सात वर्षों से लगातार मिल रहे सहयोग और सहभागिता ने इस आयोजन को विशेष रूप दिया है। आने वाली पीढ़ियाँ भी इसी भाव से संस्कृति और परंपरा को आगे बढ़ाएंगे।
मुख्य अतिथि मोती लाल साहू (विधायक, रायपुर ग्रामीण) ने कहा गणेशोत्सव केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि समाज को एक सूत्र में बांधने का माध्यम है। रोजवुड समिति लगातार सात वर्षों से इसे जिस अनुशासन और उत्साह के साथ कर रही है, वह प्रशंसनीय है।
विशिष्ट अतिथि नंदकुमार साहू (अध्यक्ष, रायपुर विकास प्राधिकरण एवं पूर्व विधायक) ने कहा समाज में संस्कृति और अध्यात्म का संगम तभी संभव है जब सभी मिलकर सहभागिता करें। रोजवुड समिति ने इस दिशा में सराहनीय उदाहरण प्रस्तुत किया है। देवता दिन दुबे (अध्यक्ष, ग्रीन्सविले बोरिया कला रेजिडेंट्स वेलफेयर सोसाइटी) ने कहा कॉलोनीवासी जिस समर्पण से इस उत्सव में शामिल होते हैं, वह समुदाय की एकजुटता का प्रतीक है। यह आयोजन न सिर्फ धार्मिक आस्था का, बल्कि सामाजिक मेल-जोल और संस्कारों के संवर्धन का भी उत्सव है।

समारोह का मंच संचालन डॉ. कविता कोसरिया ने प्रभावशाली और आकर्षक ढंग से किया। उनकी मधुर वाणी, सधे हुए शब्द और आत्मीय शैली ने पूरे कार्यक्रम को जीवंत बना दिया। दर्शकों व अतिथियों ने भी उनके संचालन की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने कार्यक्रम की गरिमा को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया।
समापन अवसर पर आभार प्रदर्शन कार्यकारी अध्यक्ष राकेश दास वैष्णव ने किया। उन्होंने सभी अतिथियों, प्रतिभागियों, समिति सदस्यों और कॉलोनीवासियों का विशेष धन्यवाद व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सभी के सहयोग और सहभागिता से ही यह आयोजन सफल हो सका और भविष्य में भी इसी भावना से कार्यक्रम आयोजित होते रहेंगे।
इस अवसर पर कॉलोनी के शिक्षकों तथा वरिष्ठ नागरिकों को सम्मानित भी किया गया। समिति ने सभी श्रद्धालुओं व सहयोगियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन सामाजिक सौहार्द, सांस्कृतिक परंपरा और सामूहिक सहभागिता को प्रोत्साहित करते हैं।

इस अवसर पर समिति के सलाहकार संतोष वाहने, सुकांत मिश्रा, जी पी ताम्रकार, उपाध्यक्ष छन्नू लाल साहू, सचिव सौरभ सिंह, संगठन सचिव कृष्णा मजूमदार, वरिष्ठ सदस्य राजेंद्र सिंह गौर, पंकज शर्मा , सुब्रतो सरकार, राजेश द्विवेदी, अमित द्विवेदी , सोहन ठाकुर , मीत सिंह मरावी , सजल ध्रुव, कौशल शर्मा , अंशुल थुदगल, आई डी पालीवाल श्रीनरेंद्र साहू, श्रीमंगल साहू, सोमदत्त साहू, अभिषेक सिंह,श्रीमती ईश्वरी साहू,श्रीमती गौरी देवी सिंह, श्रीमती रूमा मजूमदार, श्रीमती दीपिका साहू, श्रीमती कामना गौर,श्रीमती खुशबू शर्मा,श्रीमती पल्लवी सिंह,श्रीमती डॉली गोस्वामी,श्रीमती मीनाक्षी गौर श्रीमती लक्ष्मी मरावी,श्रीमती श्यामा साहू,श्रीमती राजकुमारी ठाकुर,श्रीमती कन्या कुमारी ध्रुव,श्रीमती लता ठाकुर,श्रीमती ललिता बघेल,श्रीमती प्रेमा पालीवाल,श्रीमती बृहस्पति देवी ताम्रकार, श्रीमति अंकिता शर्मा सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।