दैनिक मूक पत्रिका बस्तर, सीवनागुड़ा पारा — प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत ग्राम पंचायत कोलचुर में बनाई गई सड़क की हालत दिन-ब-दिन बदतर होती जा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि सड़क का निर्माण शुरू से ही बेहद घटिया गुणवत्ता का हुआ था और आज तक इसका रखरखाव (मेंटेनेंस) नहीं किया गया।
बारिश में सड़क पर जगह-जगह गड्ढे बन गए हैं, जिनमें पानी भरने से हादसों का खतरा और बढ़ गया है। स्कूली बच्चे, ग्रामीण और बाइक सवार रोज गिरकर घायल हो रहे हैं। लेकिन सरपंच रैमती कश्यप समेत पंचायत और जिम्मेदार विभाग अब तक चुप्पी साधे हुए हैं।

ग्रामीणों ने पूछा तीखा सवाल —
जब प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत करोड़ों रुपये आवंटित होते हैं तो क्या ठेकेदार मनमर्जी से घटिया काम कर सकते हैं?
गुणवत्ता जांच के नाम पर जिम्मेदार विभाग और इंजीनियर सिर्फ खानापूरी क्यों करते हैं?
जिस ठेकेदार ने घटिया सड़क बनाई, उस पर अब तक जुर्माना या कार्रवाई क्यों नहीं हुई? क्या विभाग ठेकेदार को बचा रहा है?
हादसों में घायल होने वाले गरीब ग्रामीणों का मुआवजा कौन देगा?
कब तक यह सड़क यूँ ही खतरनाक हालात में पड़ी रहेगी?
ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि ठेकेदार और संबंधित विभागीय अधिकारियों के खिलाफ कड़ी जांच हो, सड़क की गुणवत्ता सुधारी जाए और हर साल उचित रखरखाव सुनिश्चित हो ताकि लोग सुरक्षित आ-जा सकें।